वरुण मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र में बीजेपी से पहली बार बीजेपी से प्रत्याशी बनाए गए जितिन प्रसाद के लिए चुनावी डगर थोड़े कठिनाई भरी साबित हो रही है। बीजेपी से बागी नाराज हुए सभासदों को मना ही पाए थे, कि अब bjp प्रत्याशी जितिन प्रसाद के एक मंच पर क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारी ध्रुव व अपूर्व सिंह को जगह न मिलने से क्षत्रिय महासभा ने जितिन का विरोध करते हुए निजी होटल में सैकड़ो समाज के वर्ग के लोगो के साथ बैठक कर लोकसभा चुनाव में जितिन प्रसाद को धमकी भरे अंदाज के सबक सिखाने की बात कह दी। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।वहीं क्षत्रियों की नाराजगी को लेकर विपक्ष ने जितिन को महलों वाला प्रत्याशी बताते हुए जितिन प्रसाद पर जमकर निशाना साधते हुए पीलीभीत से उनकी विदाई की बात कह दी। देखिए आखिर जितिन प्रसाद से क्यो खफा हुए क्षत्रिय …
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में क्षत्रिय महासभा के पदाधिकारि वीरेंद्र प्रताप सिंह उर्फ़ ध्रुव वीडियो में कहते नजर आ रहे है जितिन प्रसाद ने कल मुझे मंच से नीचे उतार दिया, इनका ऐसा घमंडी प्राउडी स्वभाव इसको हम सहन नहीं कर सकते। कई सारे बीडीसी मेंबरों को चौथी पांचवी बार मिलवाया, अब हम सबने ये निर्णय लिया है कि हमारे समाज का कोई भी व्यक्ति इसका साथ नहीं देंगे, इनके द्वारा जो असभ्यता की गई है, जो बर्दाश्त के बाहर है अब इसे यहां से सबक सिखा कर भेजेंगे इसने तीन चुनाव हारे है, अबकी ये चौथा भी चुनाव हारेगा। ये इसकी सोच कि भाजपा का टिकट मिल गया है ऐसा व्यवहार करके चुनाव जीत लेगा ये गलत फहमी है। हर बार पूरा क्षेत्र सँगठित हो गए तो चुनाव हरवा देंगे। लगभग 200 से ढाई सौ लोगो के फोन आ चुके है। अब तक हम लोगों ने सपा के लोगों को मना करते हुए भाजपा को चुनाव लड़ाया है लेकिन इस तरीके का व्यवहार होगा तो साथ को यहां से चुनाव हरवा के ही भेजेंगे क्षत्रिय सभा में निषेचन का विरोध अब भारी पड़ सकता है हालांकि भारतीय जनता पार्टी के संगठन और शीर्ष नेतृत्व ने क्षत्रिय समाज के लोगों से संपर्क साथ कर डैमेज कंट्रोल करने में जुटे हैं।
वहीं बीजेपी प्रत्याशी के विरोध को लेकर सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा ने आरोप लगाते हुए कहा,,ये बाहरी प्रत्याशी एक महाराजा है, ऐसा महाराजा जिनके यहां मिलने के लिए पहले पर्ची लगती है, अंदर देखा जाता है कि कौन आया है सबसे नही मिलते। महाराजा और जनता का कोई लिंक नहीं होता,महाराजा आदेश करता है और जनता आदेश की तरह काम करती है।उनके किनारे कोई आस पास नही रहता है। पहले सभासद नाराज हुए अब क्षत्रिय समाज के लोग भी नाराज हुए, कुछ विरोध सामने आ गया कुछ आने वाला है सभी इस बार समाजवादी पार्टी को पसंद कर रहे हैं और इसीलिए हमारा ही प्रत्याशी चुनाव मैदान में लड़ेगा और जीतेगा।