Report By : ICN Network
महाराष्ट्र में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के कोटे से मंत्री दत्तात्रय विठोबा भराने ने इंदापुर में एक सभा के दौरान कहा कि लाडली बहन योजना से सरकारी खजाने पर भार बढ़ गया है। उनके इस बयान के बाद विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधते हुए योजना को लेकर सवाल खड़े कर दिए हैं।
मंत्री दत्तात्रय भराने ने सभा में कहा, “मैं युवा और अल्पसंख्यक मामलों का मंत्री भी हूं, इसलिए यह सच्चाई स्वीकार करनी होगी कि लाडली बहन योजना के चलते सरकारी खजाने पर अतिरिक्त बोझ पड़ा है। इस बार निवेदन के पत्र कम दीजिए, ताकि हम इस दबाव को संभाल सकें।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं सरकार में रहूं या विपक्ष में, मुझे अच्छी तरह पता है कि कब, कहां और कैसे सरकारी निधि जुटानी है।”
मंत्री के बयान पर एनसीपी (एसपी) की नेता सुप्रिया सुले ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “सरकार कह रही है कि लाडली बहन योजना से खजाने पर बोझ बढ़ रहा है। लेकिन इसी योजना के प्रचार पर करोड़ों रुपये खर्च किए गए और बहनों के विश्वास की बदौलत चुनाव जीते गए। अब उन्हीं पर आरोप लगाया जा रहा है कि वे सरकार के लिए परेशानी खड़ी कर रही हैं।”
सुले ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “लाडली बहनें किसी के दरवाजे पर भीख मांगने नहीं आई थीं। आपने खुद उन्हें यह योजना दी, अब उन्हीं पर बोझ बनने का आरोप लगाया जा रहा है। यह कौन सी संस्कृति है?”
मंत्री के बयान के बाद इस मुद्दे पर राजनीतिक बहस तेज हो गई है, और विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है।