लखनऊ में आगरा के अरशद ने की मां और चार बहनों की हत्या, 18 दिसंबर से लापता था परिवार आगरा के अरशद ने लखनऊ में अपनी मां और चार बहनों की बेरहमी से हत्या कर दी। 18 दिसंबर तक अरशद अपने परिवार के साथ आगरा में रह रहा था। उसी दिन पड़ोसियों से हुए विवाद के बाद पूरा परिवार अचानक घर से चला गया स्थानीय लोगों ने बताया कि 18 दिसंबर की रात अरशद की मां आस्मा और दो बहनें एक अज्ञात व्यक्ति के साथ घर आई थीं। वे तीन बैग लेकर निकलीं, लेकिन यह नहीं बताया कि वे कहां जा रही हैं। पड़ोसियों ने समझा कि परिवार अजमेर गया होगा, क्योंकि वे अक्सर वहां लंबे समय के लिए जाते थे घटना की शुरुआत 16 दिसंबर को अरशद और पड़ोसी आफताब के बीच हुए विवाद से हुई। आफताब ने बताया कि अरशद की दुकान के काउंटर से टेंपो टकराने के बाद झगड़ा हुआ था, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप से मामला सुलझ गया। 18 दिसंबर को सुबह फिर से विवाद हुआ, जब आफताब ने बदरुद्दीन से साइकिल हटाने को कहा। इसके बाद बदरुद्दीन और अरशद ने अपने परिवार के साथ घर छोड़ दिया पुलिस ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के बाद जांच शुरू की। 23 दिसंबर को परिवार के घर पर ताला मिला। 29 दिसंबर को पुलिस को पता चला कि परिवार लखनऊ में है छानबीन में पता चला कि अरशद और उसके पिता ने तीन हफ्ते पहले विहिप के एक पदाधिकारी से संपर्क किया था। हालांकि, बाद में उनसे दोबारा कोई संपर्क नहीं किया। घटना ने इलाके में दहशत का माहौल बना दिया है
लखनऊ हत्याकांड में अरशद के पिता का पुलिस पर गंभीर आरोप
लखनऊ में आगरा के अरशद ने की मां और चार बहनों की हत्या, 18 दिसंबर से लापता था परिवार आगरा के अरशद ने लखनऊ में अपनी मां और चार बहनों की बेरहमी से हत्या कर दी। 18 दिसंबर तक अरशद अपने परिवार के साथ आगरा में रह रहा था। उसी दिन पड़ोसियों से हुए विवाद के बाद पूरा परिवार अचानक घर से चला गया स्थानीय लोगों ने बताया कि 18 दिसंबर की रात अरशद की मां आस्मा और दो बहनें एक अज्ञात व्यक्ति के साथ घर आई थीं। वे तीन बैग लेकर निकलीं, लेकिन यह नहीं बताया कि वे कहां जा रही हैं। पड़ोसियों ने समझा कि परिवार अजमेर गया होगा, क्योंकि वे अक्सर वहां लंबे समय के लिए जाते थे घटना की शुरुआत 16 दिसंबर को अरशद और पड़ोसी आफताब के बीच हुए विवाद से हुई। आफताब ने बताया कि अरशद की दुकान के काउंटर से टेंपो टकराने के बाद झगड़ा हुआ था, लेकिन पुलिस के हस्तक्षेप से मामला सुलझ गया। 18 दिसंबर को सुबह फिर से विवाद हुआ, जब आफताब ने बदरुद्दीन से साइकिल हटाने को कहा। इसके बाद बदरुद्दीन और अरशद ने अपने परिवार के साथ घर छोड़ दिया पुलिस ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत के बाद जांच शुरू की। 23 दिसंबर को परिवार के घर पर ताला मिला। 29 दिसंबर को पुलिस को पता चला कि परिवार लखनऊ में है छानबीन में पता चला कि अरशद और उसके पिता ने तीन हफ्ते पहले विहिप के एक पदाधिकारी से संपर्क किया था। हालांकि, बाद में उनसे दोबारा कोई संपर्क नहीं किया। घटना ने इलाके में दहशत का माहौल बना दिया है