मंत्री ने जोर देकर कहा कि महाराष्ट्र के विश्वविद्यालयों को वैश्विक स्तर पर आकर्षक बनाने की जरूरत है ताकि विदेशी छात्रों का रुझान बढ़े। इस साल एक एजेंसी के जरिए 65 देशों से 4,000 छात्रों ने नामांकन कराया, लेकिन ज्यादातर ने पुणे और मुंबई जैसे शहरों को चुना। पाटिल ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि युवा शक्ति समाज को नया आकार देने की ताकत रखती है। उन्होंने सुझाव दिया कि युवा न केवल अपने करियर पर ध्यान दें, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी, मूल्यों, उद्यमिता और नवाचार को भी अपनाएं। युवाओं के लिए अवसरों का नया दौर
पाटिल ने अपने संबोधन में कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने स्टार्टअप इंडिया, मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया जैसी पहलों के जरिए युवाओं के लिए अवसरों की नई राहें खोली हैं। उन्होंने छात्रों से आह्वान किया कि वे नए रास्ते तलाशें, प्रयोग करें और नवाचार को गले लगाएं, लेकिन हमेशा अपने कदमों को नैतिकता और सामाजिक जिम्मेदारी के आधार पर रखें। यह घोषणा न केवल शिक्षा क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है, बल्कि युवाओं के लिए प्रेरणा और संभावनाओं का नया द्वार भी खोलती है।