Report By : ICN Network
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के किशनी क्षेत्र में एक शातिर ठग ने सरकारी नौकरी का सपना दिखाकर कई युवाओं को धोखा दे दिया। खुद को केंद्रीय एजेंसियों से जुड़ा अधिकारी बताकर आरोपी ने एक फर्जी ट्रेनिंग सेंटर खोल रखा था, जहां रोज़ युवाओं की ड्रिल और परेड करवाई जाती थी। यह पूरा मामला तब सामने आया जब कुछ अभ्यर्थियों और स्थानीय लोगों को उसकी गतिविधियों पर शक हुआ।
ठग ने जिस जगह यह सेंटर खोला था, वहां उसने तिरंगा झंडा, विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के लोगो और नकली बोर्ड लगाकर ऐसा माहौल बना रखा था कि कोई भी भ्रमित हो जाए। सेंटर के बाहर भारत सरकार, गृह मंत्रालय और सुरक्षा बलों के प्रतीक चिह्न लगे हुए थे। वहां आने वाले युवाओं को वर्दी पहनाकर परेड करवाई जाती थी, जिससे सेंटर असली प्रतीत हो।
आरोपी सिर्फ ट्रेनिंग ही नहीं दे रहा था, बल्कि युवाओं को फर्जी नियुक्ति पत्र और पहचान पत्र भी देता था। भर्ती की प्रक्रिया पूरी तरह नकली थी, लेकिन वह युवाओं से बतौर फीस हजारों रुपये वसूल रहा था। कुछ छात्रों को बताया गया था कि उनकी नियुक्ति जल्द ही दिल्ली, लखनऊ और अन्य शहरों में की जाएगी।
स्थानीय लोगों ने जब इस गड़बड़ी की सूचना पुलिस को दी तो किशनी पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की। छापेमारी के दौरान आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने मौके से कई फर्जी दस्तावेज, आईडी कार्ड, नियुक्ति पत्र, सरकारी लोगो वाली मुहरें और वर्दी जब्त की हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आरोपी पर पहले भी लोगों से धोखाधड़ी के आरोप लग चुके हैं। फिलहाल पुलिस आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उसे जेल भेजने की प्रक्रिया में जुटी है। इसके अलावा यह भी जांच की जा रही है कि कहीं आरोपी के साथ कोई अन्य व्यक्ति या गिरोह तो शामिल नहीं है।
जिन युवाओं ने इस फर्जी सेंटर में भर्ती के लिए आवेदन किया था, वे बेहद नाराज हैं। उनका कहना है कि नौकरी की उम्मीद में उन्होंने अपने परिजनों से पैसे लेकर फीस भरी थी, लेकिन यह सब धोखा निकला। अब वे प्रशासन से मांग कर रहे हैं कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए और उन्हें उनके पैसे वापस दिलवाए जाएं।