Report By : ICN Network
बसपा प्रमुख मायावती ने हाल ही में संसद में पेश वक्फ (संशोधन) विधेयक पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी की चुप्पी पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत अप्रत्याशित है कि राहुल गांधी जैसे वरिष्ठ नेता इस अहम मुद्दे पर चुप हैं। मायावती ने यह आरोप लगाया कि कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दलों ने वक्फ संपत्तियों के प्रबंधन में हस्तक्षेप किया है, जो संविधान के धर्मनिरपेक्ष सिद्धांतों का उल्लंघन है।
मायावती ने वक्फ एक्ट के संदर्भ में यह भी कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार और विपक्ष को मिलकर काम करना चाहिए, लेकिन किसी भी पार्टी को अपनी राजनीतिक स्वार्थ के लिए इस मुद्दे को बढ़ावा नहीं देना चाहिए। उन्होंने अपील की कि सरकार इस मामले पर जल्दबाजी में कोई निर्णय न ले और गंभीरता से राष्ट्रहित में कदम उठाए।
इसके साथ ही, मायावती ने यह भी स्पष्ट किया कि अब समय आ गया है जब देश में अन्य गंभीर मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया जाए, जैसे कि खत्म होते आरक्षण, बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई और गरीबी। उनका मानना है कि कांग्रेस और भाजपा ने धार्मिक मुद्दों और जातिवाद के आधार पर राजनीति करके चुनावी लाभ उठाया है, लेकिन अब समय है कि वे इन मुद्दों को छोड़कर राष्ट्रीय हित में काम करें।
मायावती ने राहुल गांधी से यह भी पूछा कि जब वक्फ एक्ट पर चर्चा हो रही थी, तो उनकी खामोशी का क्या कारण था, और क्या यह उनके पार्टी के आंतरिक दबाव का परिणाम था।