बसपा सुप्रीमो मायावती ने रविवार को अमरोहा में जनसभा की। उन्होंने बसपा सांसद और कांग्रेस प्रत्याशी दानिश अली पर निशाना साधा। कहा-पिछले लोकसभा चुनाव में जिस बसपा प्रत्याशी को आपने सांसद बनाया। उसने यहां की जनता, मुस्लिम समाज के साथ विश्वासघात किया।
उन्होंने कहा कि इस बार हमने मुस्लिम समाज के ही एक व्यक्ति को टिकट दिया है। एक दिन पहले यानी शनिवार को राहुल गांधी और अखिलेश ने दानिश अली के लिए जनसभा की थी।
इधर, कांग्रेस ने 30 लाख भर्तियों का कलेंडर जारी किया है। कैलेंडर में यह भी दिखाया गया है कि कांग्रेस सरकार बनी तो पहले 6 महीने में देशभर में 30 लाख भार्तियां की जाएंगी। पहली ही कैबिनेट बैठक में इसे मंजूरी दी जाएगी। इन 30 लाख नौकरियों ने लिए रजिस्ट्रेशन फ्री रहेगा।
केंद्र में हमारी सरकार बनती है तो अब तक रहीं सरकारों जैसा काम नहीं करेंगे। कुछ हटकर या जैसे यूपी में कार्य किए ऐसा काम करेगी। भाजपा गरीबों का वोट लेने के लिए फ्री में थोड़ा सा राशन दे देती है। आप जो टैक्स देते हैं उससे यह खाद्य सामग्री आती है। सरकार नहीं देती है।
मायावती ने कहा- ये पार्टियां साम दाम दंड भेद करके चुनाव जीतने में लगी है। अपनी पार्टी को गुमराह नहीं होना है। यह पार्टियां चुनाव खत्म होने के बाद वादों को अमल में नहीं लाती हैं। हमारी पार्टी चुनाव घोषणा पत्र जारी नही करती है। हमारी पार्टी काम करने में ज्यादा विश्वास करती है।
मायावती ने कहा-भाजपा की नाटकबाजी और जुमलेबाजी भी अब नहीं चलने वाली है। भाजपा अपने नेताओं को मालदार बनाने में लगी है। वर्तमान सरकार की जातिवादी सोच ने गरीबों, मुस्लिमों व आदिवासियों का ध्यान नहीं दिया। वर्तमान में काफी दहशत का माहौल है। हिंदुत्व की आड़ में हो रही राजनीति अब खत्म होने की कगार पर है ।
अमरोहा में मायावती ने कहा-आजादी के बाद देश में कांग्रेस पार्टी के हाथों में सरकार रही है। जातिवादी, पूंजीवादी व कथनी-करनी में अंतर होने की वजह से कांग्रेस कभी केंद्र में नहीं आने वाली है।