Report By : ICN Network
मुरादाबाद में जीएसटी विभाग की जांच में एक बड़ा घोटाला सामने आया है, जिसमें 67 शेल कंपनियों (फर्जी कंपनियों) के जरिये करीब 73 करोड़ रुपये की कर चोरी की गई। यह धोखाधड़ी इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) के फर्जी दावों के माध्यम से की गई, जिनमें किसी असली लेनदेन का कोई प्रमाण नहीं मिला।
विभाग ने जब इन कंपनियों की गतिविधियों की गहराई से जांच की, तो पाया गया कि ये सभी फर्में केवल कागजों पर मौजूद थीं, और किसी प्रकार का वास्तविक कारोबार नहीं कर रही थीं। इन कंपनियों का इस्तेमाल सिर्फ फर्जी बिल बनाकर टैक्स चोरी के लिए किया गया था।
जांच में पता चला कि इन कंपनियों के नाम पर बड़े पैमाने पर लेनदेन दिखाकर इनपुट टैक्स क्रेडिट का फायदा उठाया गया, जबकि माल या सेवा का कोई आदान-प्रदान नहीं हुआ।
विभाग ने अब तक 15 शेल कंपनियों का पंजीकरण रद्द कर दिया है और बाकी फर्मों की भी जांच जारी है। संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए हैं और कई संदिग्ध लोगों से पूछताछ की जा रही है। इस पूरे मामले में कुछ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स और बिचौलियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है, जो इन कंपनियों को खड़ा करने और ऑपरेट करने में शामिल हो सकते हैं।
जीएसटी अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि फर्जीवाड़े में लिप्त किसी को बख्शा नहीं जाएगा और आगे आने वाले समय में और सख्त कार्रवाई की जाएगी। विभाग ने व्यापारियों को कानूनी दायरे में व्यापार करने की अपील भी की है।