Report By : Ankit Srivastav (ICN Network)
Bhopal : भाजपा के पूर्व विधायक रामकृष्ण कुसमरिया ने बुधवार को मप्र पिछड़ा वर्ग आयोग के दफ्तर पहुंचकर अध्यक्ष का पदभार संभाल लिया। प्रदेश सरकार ने विधानसभा चुनाव से पहले अक्टूबर में ही उनके नियुक्ति आदेश जारी कर दिए थे। कार्यभार ग्रहण करने के बाद डॉ. कुसमरिया ने आयोग की गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। डॉ. कुसमरिया को राज्य शासन ने मध्यप्रदेश राज्य पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया था। कार्यभार ग्रहण करने के बाद डॉ. कुसमरिया ने आयोग की गतिविधियों के बारे में जानकारी प्राप्त की। आयोग मुख्य रूप से प्रदेश में पिछड़ा वर्ग के लिये हितप्रहरी के रूप में कार्य करता है। इसके साथ ही आयोग राज्य की सामाजिक व शैक्षणिक रूप से पिछड़ा वर्ग जातियों की सूचियों में जातियों को जोड़ने एवं विलोपित करने की अनुशंसा राज्य शासन को भेजता है। प्रदेश में कुल आबादी का एक बड़ा हिस्सा पिछड़ा वर्ग से संबंधित है।
रामकृष्ण कुसुमारिया 2018 के चुनाव में बीजेपी से बागी हो गए थे. वो दमोह और पथरिया सीट से विधानसभा चुनाव मैदान में उतरे. ये दोनों सीटें बीजेपी हार गयी थी. पार्टी में तवज्जो न मिलने से नाराज कुसुमारिया उसके बाद 2019 में कांग्रेस में चले गए थे. लेकिन कांग्रेस में भी वो खुद को एडजेस्ट नहीं कर पाए और बीजेपी में वापिस लौट आए. इस बार भी वो पथरिया से टिकट मांग रहे थे. पार्टी ने उन्हें टिकट तो नहीं दिया उसके बदले पिछड़ा वर्ग आयोग का अध्यक्ष पद दे दिया. कुसुमारिया की नियुक्ति कर बीजेपी ने बुंदेलखंड में असंतोष थामने और पिछड़ा वर्ग को साधने का प्रयास किया है.
जिला स्तर पर करेंगे समीक्षा
कार्यभार ग्रहण करने के बाद डॉ. कुसमरिया ने कहा कि वे शीघ्र ही जिलों का दौरा कर पिछड़ा वर्ग के कल्याण से संबंधित योजनाओं की समीक्षा करेंगे। इसके साथ ही वे पिछड़ा वर्ग से जुड़े स्थानीय जन-प्रतिनिधियों से चर्चा कर उनकी दिक्कतों को समझेंगे और सुझाव प्राप्त करेंगे।