Report By Ankit Srivastava
मुंबई पुलिस के खुफिया तंत्र को नया बल मिलता हुआ दिखाई दे रहा है, क्योंकि 2006 बैच की आईपीएस अधिकारी आरती सिंह को शहर की पहली संयुक्त पुलिस आयुक्त (इंटेलिजेंस) के रूप में नियुक्त किया गया है। उत्तर प्रदेश के मिर्ज़ापुर की मूल निवासी डॉ. आरती सिंह—जिन्होंने बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से एमबीबीएस किया है—अपनी नई जिम्मेदारी के साथ न सिर्फ महकमे के खुफिया ढांचे को मजबूत करेंगी, बल्कि महिलाओं के लिए नेतृत्व के नए द्वार भी खोलेंगी।
सरकार ने हाल ही में इंटेलिजेंस शाखा को सशक्त बनाने के उद्देश्य से संयुक्त आयुक्त स्तर का छठा पद सृजित किया। इसके तहत कई बड़े तबादले और पदोन्नतियाँ भी की गई हैं। नए ढांचे में विशेष शाखा अब सीधे संयुक्त आयुक्त (इंटेलिजेंस) को रिपोर्ट करेगी, जिससे निर्णय प्रक्रिया तेज़ होगी और आतंकी गतिविधियों या स्लीपर सेल जैसे ख़तरों पर तुरंत कार्रवाई संभव हो सकेगी।
आरती सिंह की नियुक्ति के साथ ही कुछ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की जिम्मेदारियों में भी बदलाव किया गया है—जैसे अनिल पारस्कर को सुरक्षा एवं संरक्षा विभाग, विनीता साहू को स्थानीय शस्त्र विभाग, और शैलेश बलकावड़े को मुंबई अपराध शाखा में नई भूमिकाएँ सौंपी गई हैं। इन फेरबदल से महानगर की सुरक्षा रणनीति को व्यापक रूप से उन्नत करने की उम्मीद जताई जा रही है।