काशी के स्टेट अवार्डी आर्टिजन अमरेश कुशवाहा नीता अंबानी को दिखाने के लिए 60 साड़ी लेकर गए थे। नीता अंबानी को कोनिया ट्रेंड की लाख-बूटी साड़ी काफी पसंद आई। उन्होंने अमरेश से इसकी खासियत पूछी।
नीता अंबानी के सामने हम 60 साड़ी लेकर गए थे। उसमें से एक लाल रंग की लाख बूटी साड़ी उन्हें काफी पसंद आयी। वो ट्रेडिशनल कोनिया की साड़ी है। उस साड़ी पर रियल जरी का काम हुआ है। इसमें सोने के तार, बेस कटान थ्रेड का काम है, जिस पर सिल्वर की कोटिंग की गई है।नीता अंबानी ने हमसे पूछा कि ये कैसे बनी है? हमने बताया- इसको 2.5 महीने में 2 लोगों ने मिलकर बनाया है। ये बेंगलुरु सिल्क से बनी है। इसमें 600 ग्राम जरी (गोटा-टिकी) वर्क है, इसमें 400 ग्राम सोने-चांदी की तारों का इस्तेमाल हुआ है। 3 लाख की लागत से तैयार होने वाली ये खास साड़ी मार्केट में 10 लाख तक मिलती है ।जो साड़ी नीता अंबानी को पसंद आई, उसमें बूटी का काम हुआ है। बूटी की संख्या 1 लाख है। कुछ साड़ियों में यही संख्या 1 हजार होती है।
यहां करीब 400 हैंडलूम हैं। करीब 800 आर्टिजन (बुनकर) काम कर रहे हैं। साड़ी में बहुत बारीक काम होता है, एक साड़ी को तैयार करने में कम से कम 55 दिन लगते हैं। एक दिन में करीब 3 इंच बुनाई हो पाती है। एक साड़ी पर एक साथ एक मास्टर आर्टिजन और एक असिस्टेंट काम करते हैं।लाख बूटी साड़ी सिर्फ अंगिका में ही बन रही है और कहीं इसको नहीं बनाया जाता है।