Report By : ICN Network
नोएडा अथॉरिटी के सीईओ डॉ. लोकेश एम ने सोमवार की सुबह शहर के कई अहम इलाकों का अचानक निरीक्षण किया, जिसमें सेक्टर-136, 137, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे और सेक्टर-21ए स्थित नोएडा स्टेडियम शामिल रहे। निरीक्षण के दौरान साफ-सफाई की हालत, निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और अनुरक्षण से जुड़ी व्यवस्थाओं को बारीकी से परखा गया।
सेक्टर-137 के टी-पॉइंट पर पहले दिए गए निर्देशों के बावजूद कार्यों की गुणवत्ता में गंभीर खामियां पाई गईं। टाइल्स धंसी हुई थीं, काम अधूरा था और मानकों के अनुरूप नहीं किया गया था। सीईओ ने इन खामियों को लेकर तीखी नाराज़गी जाहिर की और कार्यदायी एजेंसी पर ₹5 लाख का जुर्माना लगाया। इसके साथ ही संबंधित अवर अभियंता की एक महीने की सैलरी रोकने का आदेश भी दिया गया।
सफाई व्यवस्था की स्थिति और भी चिंताजनक रही। सेक्टर-136 और 137 में निरीक्षण के दौरान न तो कोई सफाई कर्मचारी मौके पर मिला और न ही इलाके की सफाई उचित रूप से की गई थी। गार्बेज खुले में पड़ा था और ड्रेनों की स्थिति बेहद खराब थी। इस लापरवाही को देखते हुए सीईओ ने स्वास्थ्य निरीक्षक का वेतन भी एक महीने के लिए काटने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान यह भी पाया गया कि कई सोसाइटियों से निकलने वाला सीवरेज और अशोधित पानी सीधे नालों में बहाया जा रहा था, जिससे प्रदूषण की स्थिति और अधिक बिगड़ रही थी। इस पर सीईओ ने संबंधित सोसाइटीज को नोटिस भेजने और जरूरी कार्रवाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर चल रहे सौंदर्यीकरण कार्यों की भी समीक्षा की गई। सेंट्रल वर्ज पर की जा रही पेंटिंग का कार्य बेहद धीमी गति से और खराब गुणवत्ता के साथ पाया गया। इसे गंभीरता से लेते हुए संविदाकार पर ₹5 लाख की पेनल्टी लगाई गई और उसे चेतावनी दी गई कि यदि सात दिन के भीतर कार्य में सुधार नहीं किया गया, तो कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया जाएगा।
इसके अलावा महामाया फ्लाईओवर के पास सर्विस रोड पर निर्माण सामग्री बिखरी पाई गई, जिसे तुरंत हटाने का आदेश दिया गया। सेक्टर-18 फ्लाईओवर की पेंटिंग दोबारा करवाने और एमपी-2 मार्ग की नियमित सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश भी जारी किए गए। निरीक्षण के अंत में डॉ. लोकेश एम ने नोएडा स्टेडियम का दौरा किया, जहां उन्हें पार्किंग एरिया की बदहाल स्थिति, क्षतिग्रस्त जाल और गंदगी का सामना करना पड़ा। उन्होंने इसे लेकर अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सुधार के निर्देश दिए।
पूरे निरीक्षण के दौरान सिविल विभाग के उप महाप्रबंधक विजय रावल भी उपस्थित रहे। सीईओ ने स्पष्ट संदेश दिया कि नोएडा शहर की छवि को खराब करने वाली किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी, और भविष्य में ऐसी खामियों पर और भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।