नोएडा में स्वाट टीम और सूरजपुर पुलिस ने मोबाइल टावरों से रेडियो रिसीवर यूनिट (RRU) चोरी करने वाले 8 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से कुल 35 आरआरयू बरामद की गई हैं, जिनकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग ₹3.5 करोड़ है। यह गैंग दिल्ली-एनसीआर समेत अन्य राज्यों में सक्रिय था और चोरी की गई आरआरयू को चीन भेजता था।
पुलिस ने आरोपियों के पास से एक कार, चोरी के उपकरण और अन्य सामान भी बरामद किया है। आरआरयू की अंतरराष्ट्रीय बाजार में भारी मांग है, और इसे ‘डिब्बा’ के नाम से जाना जाता है। एक टेलीकॉम कंपनी ने 2023 में 400 करोड़ रुपये की आरआरयू चोरी की रिपोर्ट की थी।
डीसीपी सेंट्रल शक्ति मोहन अवस्थी के अनुसार, इस मामले में अन्य कुछ बदमाशों के बारे में जानकारी मिली है, जिनकी तलाश जारी है। आरोपियों को पकड़ने वाली टीम को 25,000 रुपये का इनाम भी दिया गया है।
यह गैंग पहले दिल्ली के मुस्तफाबाद निवासी जावेद मीरपुरिया द्वारा संचालित था, जिसे गाजियाबाद से गिरफ्तार किया गया था। उसके बाद, सलीम मलिक और अब्बास मलिक ने इस गतिविधि को जारी रखा और एक नया नेटवर्क स्थापित किया। यह गैंग मोबाइल टावरों से आरआरयू चोरी करता था और उन्हें दिल्ली के विभिन्न सेंटरों से चीन भेजता था।
पुलिस ने बताया कि आरआरयू को चोरी करने के बाद विभिन्न पार्सल के माध्यम से चेन्नई, मुंबई और हैदराबाद पोर्ट तक भेजा जाता था, और वहां से यह यूनिट चीन पहुंचती थी।
इस कार्रवाई से पुलिस ने एक बड़े अंतरराष्ट्रीय चोरी के नेटवर्क का पर्दाफाश किया है और इस गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश जारी है।