Report By : ICN Network
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर यात्री सुरक्षा को बेहतर बनाने के लिए अगले महीने से कई महत्वपूर्ण कार्यों की शुरुआत की जाएगी। इनमें ब्लिंकर, रंबल स्ट्रिप और गति सीमा के संकेतक बोर्ड लगाना शामिल है। इस पहल को लेकर नोएडा प्राधिकरण ने टेंडर जारी कर दिए हैं।
इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 24 किलोमीटर है, जिसमें से 20 किलोमीटर नोएडा प्राधिकरण के अधीन है। यह एक्सप्रेसवे अक्सर सड़क दुर्घटनाओं का कारण बनता है, जिसके मद्देनजर सुरक्षा मानकों को बेहतर बनाने की आवश्यकता महसूस की गई है।
इस योजना के तहत, पुराने दिशासूचक बोर्डों को नए तरीके से स्थापित किया जाएगा, जो सोलर पैनल से युक्त होंगे और रात के समय में चमकेंगे। साथ ही, थर्मोप्लास्टिक पेंटिंग, गति सीमा के संकेतक बोर्ड, रंबल स्ट्रिप्स, एएफपी टेप, स्प्रिंग पोस्ट और डेलीनेटर जैसे अन्य सुरक्षा उपाय भी लागू किए जाएंगे। इन कार्यों के लिए कुल 7.52 करोड़ रुपये का टेंडर जारी किया गया है, और आवेदन की अंतिम तिथि 15 मई तय की गई है।
यह निर्णय उस घटना के बाद लिया गया, जब एक्सप्रेसवे पर एक आईटीएमएस खंभे से टकराकर दो युवकों की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद प्राधिकरण ने एक्सप्रेसवे की सुरक्षा खामियों की पहचान करने के लिए सर्वेक्षण किया और सुधारात्मक उपायों की योजना बनाई।
हालांकि, एक्सप्रेसवे पर सड़क किनारे लगे आईटीएमएस खंभों को स्थानांतरित करना संभव नहीं था, इसलिए इन पर ब्लिंकर लगाने का निर्णय लिया गया है ताकि रात के समय दृश्यता में सुधार हो सके।
इन सुधारात्मक उपायों के माध्यम से, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे पर यात्रा को और अधिक सुरक्षित बनाने की कोशिश की जा रही है।