Report By : ICN Network
नोएडा में हाल ही में हुई भारी बारिश के बाद कई अंडरपासों में जलभराव की गंभीर समस्या सामने आई है। इस स्थिति ने शहर की जल निकासी व्यवस्था की खामियों को उजागर किया है, जिससे नागरिकों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा।
शहर में 1200 करोड़ रुपये की लागत से विकसित की गई बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का उद्देश्य जलभराव की समस्या को समाप्त करना था। हालांकि, बारिश के बाद अंडरपासों और सड़कों पर पानी भर जाने से यह स्पष्ट हो गया है कि योजनाओं की प्रभावशीलता पर सवाल उठ रहे हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि जल निकासी प्रणाली की नियमित सफाई और रखरखाव में लापरवाही, साथ ही निर्माण कार्यों में गुणवत्ता की कमी, इस समस्या के मुख्य कारण हैं। इसके परिणामस्वरूप, नागरिकों को ट्रैफिक जाम, वाहनों के क्षतिग्रस्त होने और दैनिक जीवन में बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है।
स्थानीय प्रशासन ने इस मुद्दे पर ध्यान देते हुए संबंधित विभागों को निर्देशित किया है कि वे जल निकासी प्रणाली की समीक्षा करें और आवश्यक सुधारात्मक कदम उठाएं। हालांकि, नागरिकों का विश्वास तभी बहाल होगा जब वे वास्तविक सुधार और जलभराव की समस्या का स्थायी समाधान देखेंगे।