पूर्णिया की उड़ान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 सितंबर को पूर्णिया में ऐतिहासिक दौरे पर होंगे, जहां वे पूर्णिया एयरपोर्ट का उद्घाटन कर सीमांचल को विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। इस दौरान वे कई परियोजनाओं की सौगात देंगे। शिशाबाड़ी गांव में उनकी विशाल रैली में पूर्णिया, कटिहार, अररिया और किशनगंज से भारी भीड़ जुटने की उम्मीद है। बीजेपी ने बिहार को 11 प्रखंडों में बांटकर रणनीति बनाई है, ताकि पीएम का दौरा हर क्षेत्र को छू सके।
सीमांचल पर NDA की पैनी नजर
यह दौरा सीमांचल की 30 विधानसभा सीटों को साधने की कवायद है। पूर्णिया जिले की सात सीटों में से तीन पर NDA का कब्जा है, जबकि दो महागठबंधन और दो अन्य के पास हैं। इस बार NDA सभी सात सीटें जीतने का लक्ष्य रखता है, जिसके लिए पीएम का दौरा निर्णायक साबित होगा।
चुनावी रणनीति का आगाज
चुनाव से पहले बीजेपी ने पीएम की मां के अपमान के मुद्दे को जोर-शोर से उठाने की ठानी है। 4 सितंबर को बिहार बंद का ऐलान किया गया है, जिसमें सहयोगी दल भी शामिल होंगे। पीएम ने इस मुद्दे पर स्पष्ट रुख अपनाया है, और अब पार्टी इसे जन-जन तक ले जाएगी। 3 सितंबर को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में बिहार विधानसभा चुनाव की रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसमें जेपी नड्डा, दिलीप जायसवाल, सम्राट चौधरी, विजय सिन्हा, गिरिराज सिंह, नित्यानंद राय, विनोद तावड़े और अन्य वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे। यह बैठक NDA के लिए बिहार में सत्ता की राह को और मजबूत करने का मंच साबित होगी।