हरदोई में यूट्यूबर राधा ने लड्डू गोपाल संग सात फेरे लिए। लड्डू गोपाल के हाथों अपनी मांग में सिंदूर भरवाया। राधा ने शादी के लिए अपने मां-बाप तक को छोड़ दिया। मंदिर में हुई इस शादी में उसके मुंहबोले भाई ने सारी रस्में निभाई। उसका कन्यादान किया। इस अनोखी शादी का पता चलते ही साधु-संत भी मौके पर पहुंच गए।शादी का नजारा देखने के लिए दूर-दूर से लोग आए। उसके रिश्तेदार, दोस्त और आसपास के लोग शादी के साक्षी बने। सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात रही। शादी के बाद दुल्हन ने अपने बड़ों का आशीर्वाद लिया।
मैनपुरी की रहने वाली राधा शात्री 24 साल की हैं। वह कथावाचक हैं। यूट्यूब पर उनका चैनल है। शादी के बाद राधा ने कहा- मैं इस रिश्ते से बेहद खुश हूं। जो सपने मुझे रात में आते हैं, आज वो दिन की रोशनी में सच हुए। मैं सात जन्म तक यह रिश्ता निभाऊंगी। मैं मन ही मन लड्डू गोपाल को पहले ही अपना पति मान चुकी थी।
बचपन से भगवान कृष्ण की भक्त रही हूं। हर दिन लड्डू गोपाल के साथ लंबा समय गुजारती थी। मैंने अपने परिवार को बता दिया था कि अपना जीवन भगवान कृष्ण को समर्पित करूंगी। घर वालों से यह तक कह दिया कि केवल मुरलीधर को ही अपना पति बनाऊंगी। लेकिन मेरे घर वाले राजी नहीं हुए।
राधा ने अपने घर वालों को कई बार मनाने की कोशिश की, मगर वो लोग नहीं माने। इसके बाद राधा ने घर छोड़ने का फैसला ले लिया। 5 महीने पहले वह अपना घर छोड़कर अपने मुंहबोले भाई संजीव यादव के यहां आ गई। संजीव कन्नौज के छिबरामऊ के रहने वाले हैं। वह पैरा कमांडो हैं। इस समय उनकी तैनाती श्रीनगर में है।
हम तीन भाई, बहन पाकर बहुत खुश हैं पैरा कमांडर संजीव कुमार यादव ने बताया- 5 महीने पहले माता-पिता को छोड़कर राधा मेरे पास आई थी। हम तीन भाई हैं, कोई बहन नहीं थी। हम राधा को अपनी बहन के रूप में पाकर खुश हैं। बहन की जिद के लिए कछौना के प्रसिद्ध मंदिर श्री लंगड़े दास पर अपनी उसकी शादी लड्डू गोपाल से कराई।
शादी पूरे विधि-विधान के साथ हुई। जेवर और रुपए का चढ़ावा भी चढ़ाया गया। मेहमानों के लिए खाने-पीने की व्यवस्था कराई गई। दुल्हन राधा ने बताया- मेरा परिवार मैनपुरी में रहता है। मैं यहां हरदोई के कछौना के पास सेमरा गांव में कथा कहने आई थी। तब से कछौना में रह रही थी।