संघ प्रमुख ने अपने भाषण में आगे ये भी कहा की मेरे सारे सामर्थ्य का उपयोग मुझे सबके लिए करना है क्योंकि सब मेरे अपने हैं। हमारे देश के लोग दिखते विविध हैं लेकिन हमारे देश की यह खासियत है। हम विविधता को अलगाव नहीं मानते हैं। इस तरह से बंधूभाव के साथ अगर सब लोग मिलकर एक साथ देश के लिए काम करेंगे, संविधान के अनुशासन के पालन करेंगे, उसकी पवित्रता पर आंच नहीं आने देंगे, उसके भाव का सही उपयोग करेंगे तो राष्ट्र उत्कर्ष की ओर जरूर जाएगा। यह करने के लिए हम लोगों में समर्पण होना जरूरी है। आज जो दुनिया की भारत से अपेक्षा है और जन-जन की जो अपेक्षा है विश्वगुरु बनने की, हम अपने कर्तव्यों को समझे यह बेहद जरूरी है।
Republic Day 2024 : गणतंत्र दिवस के अवसर पर RSS प्रमुख ने कहा- ‘हमारे ही लोग हमारी खिल्ली उड़ाते है…’

संघ प्रमुख ने अपने भाषण में आगे ये भी कहा की मेरे सारे सामर्थ्य का उपयोग मुझे सबके लिए करना है क्योंकि सब मेरे अपने हैं। हमारे देश के लोग दिखते विविध हैं लेकिन हमारे देश की यह खासियत है। हम विविधता को अलगाव नहीं मानते हैं। इस तरह से बंधूभाव के साथ अगर सब लोग मिलकर एक साथ देश के लिए काम करेंगे, संविधान के अनुशासन के पालन करेंगे, उसकी पवित्रता पर आंच नहीं आने देंगे, उसके भाव का सही उपयोग करेंगे तो राष्ट्र उत्कर्ष की ओर जरूर जाएगा। यह करने के लिए हम लोगों में समर्पण होना जरूरी है। आज जो दुनिया की भारत से अपेक्षा है और जन-जन की जो अपेक्षा है विश्वगुरु बनने की, हम अपने कर्तव्यों को समझे यह बेहद जरूरी है।