Report By : ICN Network
सपा मुखिया अखिलेश यादव ने भले आधिकारिक तौर पर उम्मीदवार घोषित न किए हों।लेकिन कई सीटों पर उन्होंने उम्मीदवारों को खड़ा करने के संकेत दे दिए है। सपा के सूत्रों की माने तो गठबंधन को लेकर बातचीत अलग-अलग स्तर पर जारी है। गठबंधन के दल अगर सीटें तय होने का इंतजार करेंगे तो बहुत देर हो जाएगी। इसलिए, नेताओं को अपनी तैयारी मुकम्मल करने के लिए कह दिया गया है। यूपी में समाजवादी पार्टी कम से कम 55 से 60 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। इन सीटों के लिए संभावित उम्मीदवारों को लेकर मंथन शुरू हो गया है ।
लखनऊ से रविदास मेहरोत्रा, फैजाबाद से अवधेश प्रसाद, खीरी से उत्कर्ष वर्मा, अकबरपुर से राजाराम पाल, बस्ती से रामप्रसाद चौधरी, गाजीपुर से अफजाल अंसारी, फर्रुखाबाद से नवल किशोर शाक्य, प्रतापगढ़ से एसपी सिंह पटेल, बांदा-चित्रकूट से बाल कुमार पटेल, पूर्व मंत्री शिवकुमार पटेल, श्रावस्ती से मसूद आलम खां और कुशल तिवारी भी पहले से तैयारियों में लग गए है।
समाजवादी पार्टी उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक बहुल सीटों को अपने पास रखने की ही रणनीति पर काम कर रही है। इसलिए, गठबंधन में शामिल दलों के मुस्लिम सीटों के दावों पर सपा नेतृत्व बिल्कुल सहमत नहीं हुए हैं । रालोद के खाते में भी जो सीटें जाएंगी, वहां भी सपा की रणनीति रालोद के सिंबल पर अपना चेहरा उतारने की है।
सूत्रों का कहना है कि मुस्लिम सपा का कोर वोट है। कांग्रेस भी उसमें सेंधमारी में लगी है। इसलिए, पार्टी ऐसी कोई भी सीट दूसरे दल के लिए नहीं छोड़ना चाहती जिससे उसका वोट बैंक बदल सकता है ।