Report By : ICN Network
सुपरटेक ट्विन टावर प्रकरण में नोएडा प्राधिकरण के 11 अधिकारियों को दूसरी जांच में भी दोषी ठहराया गया है। इससे इनके खिलाफ शासन स्तर पर कार्रवाई की संभावना बढ़ गई है।
पहली जांच एसआईटी द्वारा की गई थी जिसमें इन अधिकारियों को जिम्मेदार माना गया था। अब ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एसीईओ सौम्य श्रीवास्तव द्वारा की गई दूसरी जांच में भी आरोपों की पुष्टि हुई है और रिपोर्ट शासन को सौंप दी गई है।
28 अगस्त 2022 को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत नोएडा के सेक्टर-93ए स्थित सुपरटेक ट्विन टावरों को ध्वस्त कर दिया गया था। यह कदम एमरॉल्ड कोर्ट सोसाइटी की एओए द्वारा लड़ी गई लंबी कानूनी लड़ाई के बाद उठाया गया था। सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा प्राधिकरण पर गंभीर टिप्पणी करते हुए बिल्डर से मिलीभगत का आरोप लगाया था।
जिन 11 अधिकारियों पर कार्रवाई की तलवार लटकी है, उनमें कुछ सेवा में हैं तो कुछ रिटायर हो चुके हैं। इनमें तत्कालीन प्रबंधक नियोजन, सहयुक्त नगर नियोजक, विधि अधिकारी, परियोजना अभियंता, सहायक वास्तुविद आदि शामिल हैं।
पहले की जांच में 26 अधिकारियों, सुपरटेक लिमिटेड के निदेशकों और आर्किटेक्ट्स के खिलाफ भी कार्रवाई की सिफारिश की गई थी। अब नई रिपोर्ट के आधार पर इन 11 अधिकारियों पर भी कठोर कदम उठाए जाने की संभावना है।
शासन स्तर पर आगे की प्रक्रिया जल्द शुरू हो सकती है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की उम्मीद है।