Report By : ICN Network
टी20 वर्ल्ड कप 2026 की मेजबानी भारत करेगा, और टीम इंडिया इस फॉर्मेट में नए कप्तान और नए सेटअप के साथ आगे बढ़ रही है। सूर्यकुमार यादव की कप्तानी में टीम का प्रदर्शन प्रभावी रहा है, लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि वर्ल्ड कप में भारत का फर्स्ट च्वाइस विकेटकीपर कौन होगा।
वर्तमान स्थिति में संजू सैमसन इस रेस में आगे नजर आ रहे हैं। उन्होंने हाल के महीनों में शानदार बल्लेबाजी से अपनी जगह मजबूत की है। उनके बेहतरीन प्रदर्शन के चलते ऋषभ पंत जैसे विस्फोटक बल्लेबाज को फिलहाल प्राथमिकता नहीं मिल रही है। हालांकि, वर्ल्ड कप तक यह स्थिति बरकरार रहेगी या नहीं, यह देखने वाली बात होगी।
इसके अलावा, इशान किशन और केएल राहुल भी इस दौड़ में शामिल हो सकते हैं, यदि वे फॉर्म में वापसी करते हैं। चयनकर्ताओं के लिए यह फैसला आसान नहीं होगा, क्योंकि टीम इंडिया को विकेटकीपिंग के साथ-साथ बल्लेबाजी में भी संतुलन बनाए रखना होगा।
आने वाले महीनों में आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में इन खिलाड़ियों का प्रदर्शन तय करेगा कि 2026 टी20 वर्ल्ड कप में भारत का मुख्य विकेटकीपर कौन होगा।
टी20 फॉर्मेट में अपनी जगह वापस पाने के लिए ऋषभ पंत के लिए इस आईपीएल का प्रदर्शन बेहद अहम होने वाला है। खबरें हैं कि पंत, संजू सैमसन से सीधी टक्कर लेने के लिए लखनऊ के खिलाफ ओपनिंग कर सकते हैं। इस विषय पर पूर्व भारतीय क्रिकेटर आकाश चोपड़ा ने अपनी राय रखते हुए कहा, “पंत के पास खुद को फिर से साबित करने का यह सुनहरा मौका है। वह फिलहाल टी20 टीम का हिस्सा नहीं हैं, और लोग हैरान हैं कि इतने विस्फोटक बल्लेबाज के बावजूद वह इस फॉर्मेट में लगातार रन क्यों नहीं बना पा रहे।”
आकाश चोपड़ा ने आगे कहा कि पंत को खुद पर ध्यान देना होगा, न कि सैमसन से प्रतिस्पर्धा करने की जरूरत है। “उन्हें अपनी जगह मजबूत करनी होगी। नंबर 3 या 4 से ऊपर बल्लेबाजी करने की जरूरत नहीं है। अगर टीम को अच्छी शुरुआत मिलती है, तो वह नंबर 3 पर आ सकते हैं। बाएं हाथ के बल्लेबाजों को नंबर 4, 5 और 6 पर रखना चाहिए और आक्रामक खेल दिखाना चाहिए,” उन्होंने जोड़ा।
पंत की ही तरह ईशान किशन भी टीम इंडिया की स्कीम से बाहर हो चुके हैं। वनडे में दोहरा शतक लगाने वाले ईशान को भी इस आईपीएल में खुद को साबित करना होगा, ताकि टीम मैनेजमेंट व्हाइट-बॉल क्रिकेट में उन्हें एक बार फिर गंभीरता से लेना शुरू करे।