Report By : Ankit Srivastav, ICN Network
2011 के बाद इंतजार हर भारतीयों को था कि कोहली या राहित वर्ल्ड कप ट्रॉफी कब उठाएंगे। 13 साल का लंबा इंतजार खत्म हुआ। रोहित की टीम ने साउथ अफ्रीका से टी-20 वर्ल्ड कप छीन लिया। ऐसा फाइनल जीता, जिसे हर कोई हारा हुआ मान बैठा था।
पूरे वर्ल्ड कप जमकर बल्लेबाजी कर रहे रोहित फाइनल में नहीं चले, पर कोहली अड़ गए। 76 रन बनाए। अक्षर और शिवम ने भी पूरा जोर लगाया। 177 रन का टारगेट दिया।
साउथ अफ्रीका बल्लेबाजी के लिए उतरी। 14 ओवर तक तक उनके बल्लेबाज तेजी से जीत की तरफ बढ़ रहे थे। इसके बाद जसप्रीत बुमराह, हार्दिक पंड्या गेंदबाजी के लिए लौटे और इंडिया की मैच में वापसी हुई। सूर्यकुमार यादव रन नहीं बना पाए थे, लेकिन एक कैच से मैच पलट दिया।
आखिरी ओवर तक इंडिया लड़ती रही और जीत छीन ली। 177 रन चेज कर रही साउथ अफ्रीका को 169 पर रोक दिया। 7 रन से हरा दिया। 32 साल से चोकर्स कही जा रही साउथ अफ्रीका इस बार भी दाग लेकर ही लौटी।
विराट कोहली पहले ओवर में बल्लेबाजी के लिए उतरे और 19 वें ओवर तक जमे रहे। 76 रन बनाए। इस पारी के अलावा दो साझेदारियां ऐसी थी, जिसने स्कोर 176 तक पहुंचाया। कोहली ने पहले अक्षर पटेल के साथ 72 रन की साझेदारी की, इसके बाद शिवम दुबे के साथ 57 रन जोड़े।
इंडियन पेसर्स ने आखिरी 4 ओवर में गेम पलटा भारतीय तेज गेंदबाजों ने मैच में शानदार प्रदर्शन किया। बुमराह, अर्शदीप और पंड्या की तिकड़ी ने मिलकर 7 विकेट चटकाए। इन तीनों ने आखिरी 5 ओवर में 30 रन नहीं बनने दिए। बुमराह ने बाद के 2 ओवर्स में 6 रन दिए और एक विकेट लिया। हार्दिक ने 2 ओवर में 12 रन दिए और 3 विकेट लिए। अर्शदीप ने एक ओवर किया और 4 रन दिए। इन ओवर्स ने मैच जिता दिया।
6 गेंदों में साउथ अफ्रीका को 16 रन बनाने थे और क्रीज पर थे डेविड मिलर। हार्दिक ने ऑफ स्टंप पर लो फुलटॉस डाली। मिलर ने शॉट खेला जो बाउंड्री पार जा रहा था। सूर्यकुमार बाउंड्री के बाहर जाते हुए कैच पकड़ा, गेंद उछाली और बाउंड्री के भीतर आकर कैच पूरा किया। ये कैंच मैच विनिंग कैंच बन गया ।