Report By : ICN Network (HEALTH)
ऑॅफिस वर्क की डेड लाइन की वजह से लंबे समय तक लोगों को स्क्रीन के सामने काम करना होता है जिसकी वजह से आंखो में इरिटेशन शुरू होने लगते हैं. पलकों को बंद करने या खोलने में असुविधा होने लगती है दरअसल, आज के समय में जहां हमारी स्क्रीन पर आंखें 24 घंटे लगी रहती हैं और ये आदत बच्चों से लेकर बड़ों में बनती ही जा रही है। यही आदत युवा लोगों में चश्मा लगाना शुरु हो गया है। अधिकतर लोग सोचते हैं कि कुछ डाइट या एक्सरसाइज करने से आंखों में सुधार हो सकता है।
हालांकि कुछ व्यायाम आंखों की मसल्स को आराम देने में मदद कर सकते हैं, लेकिन ज्यादा आंखों की परेशानी में घरेलू उपाय की बजाय पर आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए। नजर मुख्य रूप से आंख के आकार और कॉर्निया, लेंस और रेटिना जैसे उसके कॉम्पोनेंट्स के स्वास्थ्य से जुड़ी होती है।
आंखों को राहत देंगे ये टिप्स -These tips will give relief to the eyes
स्क्रीन टाइम कम करें –reduce screen time
लंबे समय तक डिजिटल स्क्रीन के टच में रहने से आंखों पर प्रेशर पड़ सकता है और आंखों में थकान, सूखापन और धुंधला दिखना जैसे लक्षण हो सकते हैं।
स्क्रीन टाइम से रोजाना ब्रेक लेने से आंखों को आराम मिलता है और दोबारा किसी चीज पर फोकस करने में मदद मिलती है, जिससे तनाव कम होता है और डिजिटल आई स्ट्रेन या कंप्यूटर विजन सिंड्रोम का खतरा कम हो जाता है।
इसके लिए आप 20-20-20 रुल को फोलो कर सकते हैं, जो हर 20 मिनट के स्क्रीन यूज करने के बाद 20 फीट दूर की किसी चीज को देखने के लिए 20 सेकंड का ब्रेक लेने का सुझाव देता है।
आराम को प्रायोरिटी दें –Prioritize rest
आपकी आंखों की रोशनी में सुधार करने के लिए इन्हें भरपूर आराम देना भी जरूरी है। इसलिए 7 से लेकर 8 घंटे की नींद लेने की कोशिश करें।
ओवर द काउंटर दवाएं न लें -Do not take over the counter medicines
आंखों के मामले में खुद ही डॉक्टर न बने। आंखों की किसी भी समस्या के समाधान करने के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर करें। कभी-कभी अपने आप से दवाएं लेने से नुकसान होता है।
आंखों की रोजाना जांच करवाएं -Get your eyes checked daily
आंखों में किसी भी तरह का बदलाव या कोई समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। इसके अलावा अपने डेली रुटिन में आंखों की जांच करातें रहना चाहिए।
आंखों की चिकनाई बनाए रखें-keep eyes lubricated
बहुत से लोगों को आंखों में सूखेपन की समस्या का सामना करना पड़ता है, जो आगे चलकर गंभीर समस्या पैदा कर सकता है। ऐसा ज़्यादातर तब होता है जब आप लंबे समय तक स्क्रीन देख रहे होते हैं। इससे इंसान दिन में कम बार पलकें झपकाने लगता है।
आंखों के तनाव को कम करने के लिए बड़ी स्क्रीन, जैसे टैबलेट या टीवी का ऑप्शन चुनें और ड्राई आई से बचने के लिए लाभदायक हैं।
बैलेंस डाइट-balance diet
आंखों को हेल्दी बनाएं रखने के लिए डाइट की अहम भूमिका होती है। इसीलिए डाइट में विटामिन ए, सी, और ई, साथ ही ओमेगा -3 फैटी एसिड आंखों के लिए फायदेमंद होते हैं। आप आहार में फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, प्रोटीन और हेल्दी फैट से भरपूर बैलेंस डाइट आंखों के बेस्ट होता है।
Disclaimer: उपरोक्त जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट की राय अवश्य ले लें, ICN Network की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।