Report By : Ankit Srivastav (ICN Network)
साल 2023 में ही भारत और कनाडा के रिश्तों के बीच खटास पड़ गई थी। दरअसल, कनाडा ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की संलिप्ता का आरोप लगाते हुए बड़ा हमांगा किया था। जिसके बाद अब जस्टिन ट्रूडो के देश ने मोदी सरकार पर 2 चुनावों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है। कनाडा का कहना है कि वह अपने 2019 और 2021 के संघीय चुनावों के दौरान भारत की कथित संलिप्तता की जांच करने के लिए तैयार है। जिसके बाद अब संघीय आयोग 29 जनवरी से इस मामले में जांच शुरू करेगा। जिसके रिपोर्ट 3 मई को आएंगी।
बता दें ये पूरा मामला पिछले साल ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के बाद सामने आया, जिसमें कहा गया था कि ट्रूडो ने मीडिया में खुफिया दस्तावेजों के लीक होने के बाद इसकी जांच शुरू की थी। इन दस्तावेजों में आरोप लगाया गया था कि चीन ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सरकार के प्रति सहानुभूति रखने वाले उम्मीदवारों का समर्थन करके कनाडा के चुनावों में हस्तक्षेप किया।
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, बीते बुधवार को कनाडा के संघीय आयोग ने कहा कि वह इस मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार की संलिप्तता जांच की जाएगी।
गौरतलब है कि इससे पहले कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो ने सिख अलगाववादी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप भारत पर लगाया था। उन्होंने 18 सिंतबर को कहा था कि निज्जर की हत्या के पीछे भारत का हाथ है। हम इसकी जांच करेंगे। लेकिन भारत ने पीएम ट्रूडो के बयान को सिरे से खारिज करते हुए कहा था कि ट्रूडो का बयान राजनीति से प्रेरित है। हालाकिं इस बयान के बाद से ही भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास आ गई थी।