यूपी के लखनऊ में तमाम बच्चे और उनके माता-पिता इस कार्यक्रम में पहुंचे, शिक्षा से दूर बच्चों को शिक्षा से जोड़ने की कोशिश।जरूरी नहीं चरागों से ही रोशनी हो शिक्षा से भी घर रोशन होते है। जी हां आपको बता दें कि, शिक्षा हमारे लिए कितनी जरूरी है।और शिक्षा के साथ हम जीवन में कितना आगे बढ़ सकते हैं ज्यादातर सभी जानते हैं। शिक्षा के बिना इंसान को कितनी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कहां-कहां उसे परेशानियां उठानी पड़ती है। इसीलिए शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हर तरीके से कोशिश की जाती रही है। देश का कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे। इसके लिए तमाम कोशिश लगातार होती रहती हैं।
आपको बता दे की, राजधानी लखनऊ से सटे बीबीपुर गांव में शिक्षा चौपाल का आयोजन किया गया। आसपास के तमाम गांव से किसान भाइयों के बच्चे, मजदूरों के बच्चे, जो अपने बच्चों को शिक्षा ग्रहण नहीं करवा पा रहे उन्हें बुलाया गया। सैकड़ो की संख्या में बच्चे भी वहां पहुंचे और उनके माता-पिता भी इस कार्यक्रम का हिस्सा बने। वहां उन्हें शिक्षा जीवन में क्यों जरूरी है बताया गया। अगर बच्चा शिक्षा ग्रहण करता है तो वह अपने जीवन में कैसे आगे बढ़ सकता है। किस तरीके से अपने व अपने देश को उन्नति की राह पर ले जा सकता है। और देश के विकास मे किस तरीके से सहयोग कर सकता है। बता दे कि, गांव में बहुत से ऐसे लोग हैं जिनकी आर्थिक स्थिति काफी खराब है। जिस कारण वह अपने बच्चों को शिक्षा ग्रहण नहीं करवा पा रहे। इसलिए लोगों निशुल्क शिक्षा बच्चों को कैसे दिलवाई जा सकती है। इस कार्यक्रम में जानकारी दी गई और बच्चों को स्कूलों की तरफ मोड़ने का एक प्रयास किया गया। इस मौके पर ग्राम प्रधान अनुपम सिंह के इस कार्य को लोगों ने काफी सराहा।