Report By-Saif Rizvi Kaushambi (UP)
यूपी के कौशांबी ज़िले के भरवारी रेलवे स्टेशन का जायज़ा लिया ICN के संवाददाता ने भारतीय रेल को लगातार रेलवे विभाग के द्वारा कायाकल्प किये जाने का दावा किया जाता रहा है। साथ ही साथ रेलवे स्टेशन और प्लेटफार्म को भी सभी सुविधाओं से युक्त करने की बात कही जाती है। ऐसे में आज भरवारी के रेलवे स्टेशन का जब रियलिटी चेक किया गया तो कई तरह के लापरवाही के मामले भी निकाल कर सामने आए।रेलवे स्टेशन के मुख्य गेट से जब घुसकर रेलवे प्लेटफार्म पर पहुंच गया तो वहां पर साफ सफाई का जो दावा किया जाता है।
वह बेहतर देखने को मिली क्योंकि भरवारी के इसी रेलवे स्टेशन पर पहले गंदगियों का अंबार लगा रहता था। लेकिन अब रेलवे प्लेटफार्म पर सफाई बेहतर देखने को मिलती है।
इसके अलावा अगर हम बात करें पीने के लिए पानी जो मौलिक सुविधा में शुमार होता है। उसके लिए रेलवे विभाग के द्वारा टोटी लगाई गई थी उस पानी भी आ रहा था। लेकिन जहां पर यह पानी गिर रहा था वहां पर गंदगी देखने को मिली। जिसको लेकर कई यात्रियों को दिक्कत का सामना भी करना पड़ता है। लोगो ने बताया कि बोतल बंद पेयजल बिक्री के चलते यहां पर गंदगी का अंबार लगा हुआ है। और रेलवे प्रशासन इसकी सुध नहीं लेता। वहीं गर्मी के दिनों में पानी के लिए लगाया गया वाटर कूलर भी टूटे हुए स्थिति में मिला। यानी कि अभी कुछ दिन पूर्व जब गर्मी अपने चरम पर थी तब लोगों को ठंडा पानी नहीं मिल पा रहा था।इसके अलावा शौचालय की अगर हम बात करें तो रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर पे और यूज शौचालय की व्यवस्था की गई है। लेकिन पुरुष व महिला शौचालय में ताला बंद मिला। 2014 के लोकसभा चुनाव के बाद विनोद सोनकर के संसद बनने के बाद रेलवे स्टेशनो की हालत पहले से बेहतर हो गई है।