Report By-Vibhoo Mishra Ghaziabad (UP)
यूपी के गाजियाबाद की अगर बात करें तो दिसंबर का पहला हफ्ता भी समाप्त हो गया है। लेकिन सर्दी का अभी पता नहीं है। सुबह शाम जरूर कुछ ठंड का एहसास होता है। दिन में ना ठंड है ना गर्मी। ऐसे में बीमारी लोगों को जकड़ रही है। खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गों को। अस्पतालों में क्लिनिक पर हर जगह मरीजों की भीड़ है। मौसम का ये बदलाव नौनिहालों पर ज्यादा भारी पड़ रहा है।
बाल रोग विशेषज्ञों के पास बच्चों को दिखाने आने वाले माता-पिता की लाइन लगी पड़ी हैं। गाजियाबाद के नेहरू नगर स्थित यशोदा हॉस्पिटल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सचिन दूबे का कहना है कि मौसम में बदलाव के साथ-साथ प्रदूषण भी बच्चों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रहा है। ऐसे में बच्चों का प्रदूषण से बचाव बेहद जरूरी है। मास्क का इस्तेमाल अवश्य करें। इसके अलावा खान पान में घर का बना खाना ही बच्चों को दें। जंक फ़ूड या बाहर का खाना जितना संभव हो सके उससे बच्चों को दूर रखें।
डॉ. सचिन के मुताबिक नवजातों और बच्चों को इस मौसमी बीमारी खांसी, बुखार, जुकाम आदि से बचाव का सबसे बेहतर तरीका वैक्सिनेशन है। पैदा होने से लेकर 14 साल की उम्र तक हर वर्ष इस वैक्सिनेशन को लगवाने से बच्चों को फ्लू और अन्य मौसमी बीमारियों से बचाया जा सकता है।