यूपी के गाज़ीपुर में बुढ़ापे के लाठी का सहारा बेटा होता है। शायद इसी चाहत में हर मां-बाप बेटे की सलामती को लेकर हर मंदिर मस्जिद व अन्य जगहों पर उसकी सलामती की दुआ मांगते हैं। ताकि उनका बेटा जहां भी और जिस हालत में हो सकुशल हो। लेकिन वही बेटा जब अचानक से लापता हो जाए तो फिर उसके दिल पर क्या गुजरेगी। इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। कुछ ऐसा ही सदर कोतवाली इलाके के नवाबगंज के रहने वाले गुलाबचंद और सुराती देवी के साथ हुआ। जब आज से करीब 5 साल पहले अचानक से उनका बेटा लापता हो गया । लगातार बेटे की खोज और उसके सकुशल वापसी को लेकर दर दर की ठोकरे खा रहे हैं।
सुराती देवी ने बताया कि उनका बेटा राहुल जिस दिन गायब हुआ उस दिन वह कहीं घर से बाहर थी। और जब आई तो उन्होंने अपने बेटे को खोजना शुरू किया और रात होने की वजह से उन्होंने सोचा कि वह सो रहा होगा। इसलिए उसे डिस्टर्ब नहीं किया। लेकिन सुबह जब उसके कमरे में गई तो लापता था। और उसके बाद उन्होंने अपने हर उस जगह पर खोजा जहां पर उसके मिलने की संभावना थी। और अंत में कोतवाली गाजीपुर में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई। पुलिस के द्वारा भी एक दो बार उन्हें कोतवाली बुलाया गया। लेकिन धीरे-धीरे यह समय 5 साल हो गया। लेकिन अभी भी उनके बेटे का कोई सुराग नहीं लगा। ऐसे में अब वह थक हार चुकी हैं। उनका कहना है अगर उनका बेटा जिंदा होगा तो जरूर किसी न किसी दिन उन्हें वापस मिलेगा।