सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने जन समस्या निस्तारण के लिए जन सुनवाई एप की शुरुआत की थी लेकिन जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते लोगों न्याय तब भी नही मिल पा रहा था जिसको लेकर योगी आदित्यनाथ ने कई बार जिलों के डीएम को फटकार भी लगाई है बांदा अभी तक समस्या निस्तारण में फिसड्डी रहा है लेकिन इस वर्ष माह नवम्बर 2023 में आइजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के समाधान में शासन स्तर से जिले को प्रदेश में प्रथम रैंक प्रदान की गई है।
जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के अथक प्रयासों एवं सुझावों से जिले को यह उपलब्धि मिली है। जिलाधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप प्रशासनिक स्तर से आमजन की समस्याओं और शिकायतों के समाधान को लेकर प्रत्येक अधिकारी को व्यक्तिगत रूचि लेते हुए गंभीरतापूर्वक कार्यवाही के निर्देश दिए गए है।अधिकारियों द्वारा जमीनी विवाद एवं गंभीर प्रकृति के मामलों के संबंध में स्वयं मौके का निरीक्षण करके स्थलीय समाधान कराया जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप अधिकारियों द्वारा तय समय में कार्यालयों में उपस्थित रहकर लोगों की समस्याओं का समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण समाधान के साथ-साथ सामान्य प्रकृति के जमीनी विवादों को राजस्व न्यायालयों के बजाय आपसी सुलह समझौते के आधार पर निस्तारित करने की अभिनव पहल भी शुरू की गई है।उन्होंने कहा कि ई-डिस्ट्रिक्ट ऑफिस से संचालित आईजीआरएस सेल में ई-डिस्ट्रिक्ट मैनेजर व पूरी आईजीआरएस टीम के द्वारा लगातार अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित कर समयबद्ध व गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के परिणामस्वरूप जिले को प्रथम रैंक मिली है।नवम्बर माह में उत्कृष्ट रैक के लिए निर्धारित अधिकतम 130 अंकों में से जिले को 130 अंक प्राप्त हुए है। साथ ही साथ जनपद में 05 तहसीलों में से 03 तहसीलों को क्रमशः बांदा, पैलानी व अतर्रा को रैंक 1 प्राप्त हुई है। शासन द्वारा आईजीआरएस पोर्टल पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण के साथ-साथ गुणवत्ता की भी लगातार समीक्षा की जाती है। संदर्भों की मार्किंग, डिफाल्टर संदर्भ और मुख्यमंत्री कार्यालय से सी-श्रेणी प्राप्त संदर्भों के भौतिक सत्यापन सहित विभिन्न मानकों पर शासन स्तर से समय-समय पर रैडम तरीके से सत्यापन कराया जाता है।शिकायतों और समस्याओं के समाधान के लिए शासन स्तर से जिले को प्रथम रैंक मिलना जिले के अधिकारियों व कलेक्ट्रेट स्थित पूरी आईजीआरएस टीम के लिए उत्साहवर्धक है।