यूपी के जालौन निवासी को बीते 13 दिसंबर को संसद दीर्घा में स्मोक बम फेंकने के मामले में लगातार छानबीन जारी है और पुलिस ने कई संदिग्धो को हिरासत में लिया है। वहीं, दिल्ली पुलिस ने जालौन से एक युवक को पूंछताछ के लिए हिरासत में लिया है। पुलिस को सोशल मीडिया के जरिए उसके अकाउंट से तमाम चैट मिली है। इसी आधार पर उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
दरअसल, देश की संसद में हुई सेंधमारी को लेकर कई लोगों को हिरासत में लिया गया है और इस घटना को कैसे अंजाम दिया गया इसकी उच्च स्तरीय जांच भी जारी है इसी कड़ी में पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को तमाम सुराग हाथ लगे हैं। जिसके आधार पर पुलिस लोगों से पूंछताछ कर रही है। इसी कड़ी में जालौन के मुख्यालय उरई के रहने वाले अतुल कुलश्रेष्ठ को कड़ी पूछताछ के लिए दिल्ली पुलिस ने अपनी हिरासत में लिया है। अतुल की गिरफ्तारी से आस-पड़ोस चर्चाओं का बाजार गर्म रहा वही उसके परिवार के लोग भी कुछ भी खाने से इनकार कर रहे हैं।दिल्ली पुलिस को सोशल मीडिया एवं चैट्स के जरिए कुछ अहम सबूत मिले थे इसके बाद पुलिस ने अतुल श्रेष्ठ आवास से हिरासत में लिया है। हालांकि, अतुल की कोई राजनीतिक पृष्ठभूमि नहीं है। लेकिन छात्र जीवन से ही शहीदे आजम भगत सिंह की विचारधारा से उनका लगाव जुनूनी स्तर पर रहा है। वे इसके लिए गोष्ठियों और सभाओं का आयोजन कराते रहे हैं लेकिन न तो उनका कोई क्रिमिनल रिकार्ड है और न ही वे कभी किसी अराजक गतिविधि में संलिप्त रहे हैं। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि संसद में सेंध लगाने वाले ग्रुप से जुड़ कर वे उन लोगों से चैट करते रहे हैं जिसके कारण संदेह के आधार पर दिल्ली पुलिस उन्हें पूंछताछ के लिए ले गयी है। इसके अलावा किसान आंदोलन में अतुल की सक्रिय भूमिका रही है। स्थानीय पुलिस के अधिकारी इस बारे में उन्हें कोई जानकारी न होने की बात कह रहे हैं।