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UP-नोएडा पुलिस टीम को मिली बड़ी कामयाबी ,250 फर्जी कंपनी बनाकर ठग कर रहे थे ठगी,चार गिरफ्तार भारी मात्रा में स्टैम्प बरामद

यूपी के नोएडा पुलिस टीम को बड़ी कामयाबी मिली है पिछले काफी समय से ठग चोरी छिपे 250 फर्जी कंपनियां बनाकर भोली भाली जनता का बेवकूफ बनाकर ठगी का शिकार बना रहे थे आखिरकार नोएडा पुलिस टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार 4 ठगों को गिरफ्तार कर लिया है इनके पास से सैकड़ो फर्जी स्टैम्प ,सिम ,मोबाईल, लैपटॉप बरामद हुए है बाकी फरार ठगों की पुलिस सरगर्मी से तलाश कर रही है।ठगों के पास 8 खातो में जामा 3 करोड़ से अधिक की धनराशि फ्रीज भी करने की बात सामने आ रही है।

फर्जी डेटाबेस के जरिए फर्जी फर्म जीएसटी नम्बर सहित बनाकर सरकार को हजारों करोड़ के राजस्व का नुकसान पहुंचा रहे गिरोह के चार आरोपियों को साईबर, आईटी सेल और कोतवाली 20 पुलिस ने दिल्ली के त्रिनगर से गिरफ्तार किया है। इन शातिर ठगों की निशानदेही पर 250 फर्जी कंपनी के डिटेल, लैपटॉप,मोबाइल और पेन ड्राइव समेत अन्य सामान बरामद किया है। अभी तक की जांच में लगभग 8 विभिन्न खातो में लगभग 3 करोड़ से अधिक की धनराशि को फ्रीज किया गया है।

पुलिस की गिरफ्त में खडे राहुल निगम, पियूष कुमार गुप्ता, दिलिप शर्मा और राकेश कुमार को टेक्निकल टीम और मुखबिर की सूचना फर्जी जीएसटी फर्म तैयार कर सरकारी राजस्व की क्षति करने के आरोप में त्रिनगर दिल्ली से गिरफ्तार किया गया है. इसी मामले थाना सेक्टर 20 पुलिस और टेक्निकल टीम इस पूरे नेक्सेस का खुलासा किया था और मास्टरमाइंड सहित 25 आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है. डीसीपी हरीशचंद्र ने बताया कि अभियुक्तों का यह एक संगठित गिरोह है गिरोह का मुख्य लीडर निशान्त है जोकि दिल्ली पीतमपुरा का रहने वाला है निशान्त पकडे जाने के डर से बॉम्बे शिफ्ट हो गया है तथा वहीं से वह इन आरोपियो को फर्जी फर्म आदि डेटा उपलब्ध कराता है तथा साथ ही साथ फर्म से जुड़े सभी अकाउन्ट का एक्सीस अपने पास रखकर कार्य करता है।

डीसीपी नोएडा ज़ोन ने बताया कि अभियुक्त राहुल का कार्य फर्जी फेक बिल बनाना था तथा पियूष गुप्ता द्वारा बैंकिंग का समस्त कार्य देखा जाता है. पियूष द्वारा दिल्ली विश्वविद्यालय से MBA की शिक्षा प्राप्त की गई है तथा दिलिप द्वारा पैसों का लेनदेन व पैसो को आवश्यकतानुसार निशान्त द्वारा बताए गए स्थानों पर पहुंचाने का कार्य किया जाता है। पूर्व में गिरफ्तार व फरार आरोपियों अपने जीएसटी चोरी से सम्बन्धित डेटा निशान्त अग्रवाल को उपलब्ध कराकर इसके माध्यम से ही इसके साथियों के साथ मिलकर फर्जी फर्म जीएसटी नम्बर सहित तैयार कराकर फर्जी बिल का उपयोग कर जीएसटी रिफन्ड कर (ITC इपुट टैक्स क्रेडिट) प्राप्त कर सरकार को हजारों करोड़ के राजस्व का नुकसान पहुंचाया जा रहा है।

डीसीपी नोएडा ज़ोन ने बताया कि पकडे गए अभियुक्तों के द्वारा फर्जी कम्पनियो का IEC (IMPORT EXPORT CODE) तैयार कर मुख्यतः अन्तर्राष्ट्रीय स्थान जैसे थाईलैंड, सिंगापुर, ताईबान, फिलिपिन्स, वियतनाम आदि में स्थित कम्पनियों फर्जी तरीके से आयात निर्यात अपने फर्जी कम्पनियों से दिखाकर आर्थिक लाभ प्राप्त करते है। अभी तक की जांच में लगभग 8 विभिन्न खातो में लगभग 3 करोड़ से अधिक की धनराशी को फ्रीज किया गया है।

By admin

Journalist & Entertainer Ankit Srivastav ( Ankshree)

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