पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गौड पुलिस की छवि सुधारने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कुछ पुलिसकर्मी अभी भी अपनी पुरानी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। हाल ही में सदर पुलिस इंस्पेक्टर और तीन अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक गंभीर मामला सामने आया है। इन पुलिसकर्मियों ने कोर्ट से जारी वारंट तामील कराने के मामले में झूठा शपथपत्र दायर किया था, जो कि हाई कोर्ट में प्रस्तुत किया गया यह घटना पुलिस विभाग की छवि को और भी धूमिल करने वाली साबित हो सकती है, क्योंकि जब पुलिसकर्मी ही न्यायिक प्रक्रिया से छेड़छाड़ करते हैं तो यह आम जनता के विश्वास को तोड़ता है। पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गौड ने इस मामले पर गंभीरता से ध्यान देने की बात कही है और उन्होंने पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है इस मामले में दोषी पाए गए सदर पुलिस इंस्पेक्टर और तीन पुलिसकर्मियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए विभागीय सुधारों पर काम किया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पुलिस बल के अन्य सदस्य अपनी जिम्मेदारी समझेंगे और विभाग की छवि को बेहतर बनाने में सहयोग करेंगे इस घटना ने पुलिस विभाग के भीतर सुधार की आवश्यकता को और भी स्पष्ट कर दिया है, जिससे पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली में बदलाव और पारदर्शिता की आवश्यकता अधिक महसूस हो रही है
पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गौड छवि सुधारने के प्रयास में हैं, लेकिन पुलिसकर्मी झूठे शपथपत्र में लिप्त हैं
पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गौड पुलिस की छवि सुधारने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं, लेकिन कुछ पुलिसकर्मी अभी भी अपनी पुरानी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। हाल ही में सदर पुलिस इंस्पेक्टर और तीन अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक गंभीर मामला सामने आया है। इन पुलिसकर्मियों ने कोर्ट से जारी वारंट तामील कराने के मामले में झूठा शपथपत्र दायर किया था, जो कि हाई कोर्ट में प्रस्तुत किया गया यह घटना पुलिस विभाग की छवि को और भी धूमिल करने वाली साबित हो सकती है, क्योंकि जब पुलिसकर्मी ही न्यायिक प्रक्रिया से छेड़छाड़ करते हैं तो यह आम जनता के विश्वास को तोड़ता है। पुलिस आयुक्त जे रविन्दर गौड ने इस मामले पर गंभीरता से ध्यान देने की बात कही है और उन्होंने पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी है इस मामले में दोषी पाए गए सदर पुलिस इंस्पेक्टर और तीन पुलिसकर्मियों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही यह भी बताया गया कि भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए विभागीय सुधारों पर काम किया जाएगा। पुलिस आयुक्त ने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि पुलिस बल के अन्य सदस्य अपनी जिम्मेदारी समझेंगे और विभाग की छवि को बेहतर बनाने में सहयोग करेंगे इस घटना ने पुलिस विभाग के भीतर सुधार की आवश्यकता को और भी स्पष्ट कर दिया है, जिससे पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली में बदलाव और पारदर्शिता की आवश्यकता अधिक महसूस हो रही है