
दरअसल, 23 जनवरी की रात एचआर मंडप कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में 3 बदमाशों ने मिलकर एक सेंट्रो गाड़ी को लूटा। और कार लेकर फरार हो गए। कार में जीपीएस लगा था। सोनू ने तुरंत चौकी पुलिस को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलने पर दरोगा मुन्नेश सिंह ने कार में लगे जीपीएस के आधार पर उसे ट्रैक कराया। कार की लोकेशन मेरठ शहर में मिली। दरोगा टीम के साथ फौरन बदमाशों को पकड़ने निकल पड़े। लेकिन बदमाशों ने कार की नंबर प्लेट उतारकर फर्जी नंबर प्लेट लगा ली। इस बीच पुलिस ने एक बदमाश को पकड़ लिया। जिसे छुड़ाने के लिए अन्य बदमाशों द्वारा पुलिस पर गोली चलाई गई। गोली दरोगा मुन्नेश कुमार सिंह को सीने में लगी जो आरपार हो गई। बदमाश भाग गए लेकिन गाड़ी छोड़ गए। दरोगा का पहले मेरठ फिर मैक्स में इलाज चला ऑपरेशन हुआ अब वो ठीक हैं। कल यानी शनिवार 3 फरवरी को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि विनय और नरेश सागर बस से आगरा भाग रहे हैं। सूचना पर पुलिस कंकरखेड़ा पहुंची और दोनों बदमाशों को पकड़कर कंकरखेड़ा थाना ले आई। जहां इनसे पूछताछ की गई। पूछताछ में दोनों ने दरोगा को गोली मारने की बात कुबूली। जिसके बाद पुलिस बदमाशों की निशानदेही पर पिस्टल बरामद कराने के लिए जंगेठी में ले गई। जहां बदमाश ने पुलिस को गन्ने के खेत में पिस्टल दबी होना बताया। पुलिस बदमाश को लेकर गन्ने के खेत में गई। बदमाश विनय ने वो पिस्टल दिखाई। अचानक विनय ने पिस्टल उठाई और भागने लगा। पुलिस उसके पीछे भागी तो उसने पुलिस पर फायर किया। फायरिंग में गोली सिपाही सुमित चपराणा की बांह में लग गई। जिससे सिपाही मौके पर ही गिर पड़ा, घायल हो गया।
