यूपीआईटीएस के इस भव्य आयोजन में फायर डिपार्टमेंट ने न केवल दर्शकों को रोमांचित किया, बल्कि भविष्य की आपदा प्रबंधन रणनीतियों का भी खुलासा किया। स्टॉल पर Victim Trace Camera ने खासा ध्यान खींचा, जो आग लगने या इमारत ढहने जैसी दुर्घटनाओं में मलबे के नीचे फंसे लोगों को तुरंत खोजने में माहिर है। इस कैमरे से फंसे व्यक्ति की वास्तविक स्थिति का सटीक आकलन संभव होता है, जो बचाव कार्य को तेज और प्रभावी बनाता है। इसी क्रम में Thermal Imaging Camera ने धुएं या अंधेरे से घिरे वातावरण में लोगों की लोकेशन पकड़ने की क्षमता से सबको प्रभावित किया। यह कैमरा घटनास्थल के तापमान का भी विश्लेषण करता है, जिससे राहतकर्मी सुरक्षित और कुशलता से कार्य कर सकें। स्टॉल पर Breathing Apparatus Set ने दमकलकर्मियों की बहादुरी को उजागर किया। यह उपकरण जहरीली गैसों या धुएं से भरे माहौल में सांस लेने की सुविधा देता है, जिससे कर्मी लंबे समय तक बचाव अभियान चला सकें। युवा दर्शकों ने इसे देखकर फायर फाइटर्स की जोखिम भरी जिंदगी का अहसास किया। फायर फाइटिंग रोबोट: जोखिम भरे इलाकों में नया योद्धा
स्टॉल का सितारा रहा Fire Fighting Robot, जो रसायनिक गोदाम, कारखाने या तेल भंडारण जैसे खतरनाक स्थलों पर आग पर काबू पाने के लिए डिजाइन किया गया है। यह रोबोट सुरक्षित दूरी से कार्य करता है और घंटों तक बिना थके आग बुझाने में लगा रहता है। दर्शकों के लिए यह तकनीक नई उम्मीद की किरण साबित हुई, जो मानवीय हानि को न्यूनतम रखने का वादा करती है। आधुनिक दमकल वाहन: रेस्क्यू के नए हथियार
फायर डिपार्टमेंट ने उपकरणों के साथ-साथ नवीनतम दमकल वाहनों की भी प्रदर्शनी लगाई। इनमें Rescue Vehicle Van (आरवीवी), Multi Disaster Response Vehicle (एमआरडीवीई) और Advanced Ventilation Ladder Vehicle Truck (एवीएलवीटी) शामिल हैं। हाल ही में मेरठ, गोरखपुर और लखनऊ जैसे जिलों में तैनात ये वाहन आग बुझाने के अलावा जटिल रेस्क्यू ऑपरेशनों में भी अहम भूमिका निभाते हैं। इनकी क्षमता ने उद्यमियों और छात्रों को प्रभावित किया। सुरक्षा जागरूकता का संदेश: सामूहिक जिम्मेदारी है आपदा प्रबंधन
प्रदर्शनी के जरिए विभाग ने जनता को स्पष्ट संदेश दिया कि अग्निशमन और आपदा प्रबंधन केवल सरकारी जिम्मेदारी नहीं, बल्कि सबकी साझा उत्तरदायित्व है। स्टॉल पर आगंतुकों को उपकरणों की कार्यप्रणाली समझाई गई और बताया गया कि सही समय पर सही उपकरण का इस्तेमाल कितना जीवन रक्षक साबित हो सकता है। स्कूल-कॉलेज के छात्रों ने उपकरणों को छूकर और समझकर उत्साह दिखाया, जबकि उद्योग प्रतिनिधियों ने इन्हें अपने कारोबार में अपनाने की इच्छा जताई। यूपीआईटीएस 2025 में फायर डिपार्टमेंट का यह स्टॉल तकनीकी नवाचार और जीवन सुरक्षा के संकल्प का प्रतीक बन गया। इसने साबित किया कि आधुनिक उपकरणों से न केवल आपदाओं से निपटना आसान हो रहा है, बल्कि भविष्य की चुनौतियों के लिए उत्तर प्रदेश पूरी तरह तैयार है।


