Report By :Mayank Khanna (ICN Network)
उत्तर प्रदेश पुलिस की कार्यशैली को लेकर विपक्षी दलों के साथ-साथ पूर्व डीजीपी और आईपीएस अधिकारियों ने भी सवाल उठाए हैं। यूपी के पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह की टिप्पणियों का समर्थन पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने किया है। उन्होंने बुधवार को आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में एक वीडियो जारी किया, जिसमें कहा गया कि पिछले साढ़े सात वर्षों में योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी पुलिस द्वारा फर्जी मुठभेड़ों की गंभीर शिकायतें लगातार मिल रही हैं। उन्होंने कई एनकाउंटरों के संदर्भ में गंभीर सवाल भी उठाए हैं।
अमिताभ ठाकुर ने सुलखान सिंह की बातों को आगे बढ़ाते हुए यूपी पुलिस से आग्रह किया कि वे केवल नियमों के अनुसार कार्य करें। किसी भी परिस्थिति में फर्जी एनकाउंटर के बहकावे में न आएं, क्योंकि अंततः जिम्मेदारी केवल जनरल डायरी में अंकित लोगों पर ही होती है और ठीकरा उनके सिर ही फूटता है। पूर्व आईपीएस ने सुलखान सिंह की सराहना की, जिन्होंने यूपी पुलिस के उच्चपदस्थ अधिकारियों को फर्जी मुठभेड़ों के लिए बाध्य करने के प्रयासों को रोकने की कोशिश की है।
हाल ही में, सोशल मीडिया पर नैनीताल में एक बड़े यूपी अफसर की कोठी से 50 करोड़ रुपये की नकदी चोरी होने का मामला सामने आया था। दावा किया गया कि इस कोठी के मालिक यूपी के एक पूर्व नौकरशाह हैं। इस मामले में बाद में अवनीश अवस्थी का नाम भी सामने आया। पूर्व आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने भी अवनीश अवस्थी पर आरोप लगाते हुए उनका नाम लिया था। इस मामले ने यूपी पुलिस की कार्यशैली और अधिकारियों की जिम्मेदारी पर नए सिरे से सवाल उठाए हैं