कौन होगा अलग उपराष्ट्रपति?Vice President Election: भाजपा और विपक्ष में उम्मीदवारों को लेकर जोरदार चर्चा, कौन होगा अलग उपराष्ट्रपति?चुनाव आयोग द्वारा उपराष्ट्रपति चुनाव की घोषणा के बाद से ही भाजपा और विपक्ष में उम्मीदवारों को लेकर गहमागहमी शुरू हो गई है। भाजपा ने अपने उम्मीदवार को अंतिम रूप देने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। संभावित उम्मीदवारों की सूची में दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना और बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान का नाम प्रमुखता से उभर रहा है।
सूत्रों के हवाले से यह भी खबर है कि गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल हो सकते हैं।
पार्टी और आरएसएस की विचारधारा से जुड़ा उम्मीदवार
एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के अनुसार, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के विचारक शेषाद्रि चारी भी इस सूची में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, बिहार विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए वर्तमान राज्यसभा उपसभापति हरिवंश का नाम भी चर्चा में है। भाजपा ने स्पष्ट कर दिया है कि उनका उम्मीदवार पार्टी और आरएसएस की विचारधारा से गहराई से जुड़ा हुआ होगा।
पिछले एक महीने में कई राज्यपालों और उपराज्यपालों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की है। बता दें कि चुनाव आयोग ने 9 सितंबर 2025 को उपराष्ट्रपति चुनाव की घोषणा की थी।
जगदीप धनखड़ के इस्तीफे से उपजा विवाद
इससे पहले, पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 21 जुलाई 2025 को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। उनके इस्तीफे के बाद सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली और संसद में इस मुद्दे पर लंबी बहस छिड़ गई।
धनखड़ के इस्तीफे के बाद भाजपा सतर्कता के साथ कदम बढ़ा रही है, क्योंकि पिछले एक साल में उनके और पार्टी के बीच पैदा हुए मतभेदों ने कई सवाल खड़े किए थे। हालांकि उपराष्ट्रपति के पास सीमित कार्यकारी अधिकार होते हैं, लेकिन राज्यसभा की कार्यवाही को संचालित करने और उससे जुड़े महत्वपूर्ण निर्णय लेने की जिम्मेदारी उन्हीं पर होती है।