उनके छोटे भाई ने दी सेहत की अहम जानकारी
एक समय अपने बाल सखा सचिन तेंदुलकर से भी बेहतर बल्लेबाज माने गए दिग्गज क्रिकेटर Vinod Kambli की सेहत को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। कांबली के छोटे भाई वीरेंद्र कांबली ने उनके स्वास्थ्य की ताजा जानकारी साझा करते हुए प्रशंसकों और शुभचिंतकों से उनके लिए प्रार्थना करने की भावुक अपील की है।
पिछले साल 21 दिसंबर 2024 को यूरिन इन्फेक्शन और मांसपेशियों में ऐंठन के कारण विनोद कांबली को थाने के अकृति अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में जांच के दौरान उनके मस्तिष्क में क्लॉट्स की समस्या भी सामने आई थी। हालांकि, 1 जनवरी 2025 को उन्हें पूरी तरह स्वस्थ घोषित कर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। डॉ. विवेक त्रिवेदी, जिन्होंने कांबली का इलाज किया, ने बताया कि कांबली अब पूरी तरह ठीक हैं, लेकिन उन्हें कुछ सावधानियां बरतनी होंगी। अस्पताल से निकलते समय कांबली ने नशे और शराब से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि यह जीवन को बर्बाद कर सकता है।
वर्तमान में कांबली अपने बांद्रा स्थित घर पर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं, लेकिन उनकी रिकवरी धीमी है। एक पॉडकास्ट शो में वीरेंद्र कांबली ने बताया, “विनोद अभी घर पर हैं। उनकी हालत स्थिर है, लेकिन इलाज और फिजियोथेरेपी जारी है। उन्हें बोलने में अभी भी दिक्कत हो रही है, लेकिन वह धीरे-धीरे बेहतर हो रहे हैं। विनोद एक चैंपियन हैं, और मुझे पूरा भरोसा है कि वह फिर से मैदान पर वापसी करेंगे। मैं चाहता हूं कि लोग उनके लिए प्रार्थना करें, क्योंकि उन्हें आपके प्यार और समर्थन की जरूरत है।”
वीरेंद्र ने यह भी खुलासा किया कि हाल ही में विनोद ने 10 दिन का पुनर्वास कार्यक्रम और कई चिकित्सीय जांचें करवाई थीं, जिसमें ब्रेन स्कैन और यूरिन टेस्ट शामिल थे। उस समय सभी परिणाम सामान्य थे, और कोई गंभीर समस्या नहीं पाई गई। हालांकि, अब उनकी गतिशीलता और बोलने की क्षमता में कमी के कारण फिजियोथेरेपी की सलाह दी गई है। वीरेंद्र ने कहा, “विनोद की हालत में सुधार हो रहा है, लेकिन यह धीमा है। मैं सभी प्रशंसकों से अपील करता हूं कि वे उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना करें।”
कांबली की मुश्किलें केवल स्वास्थ्य तक सीमित नहीं हैं। उन्हें आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ रहा है। उनकी पत्नी आंद्रेया हेविट ने एक पॉडकास्ट में खुलासा किया कि उन्होंने विनोद से अलग होने के बारे में सोचा था, लेकिन उनकी नाजुक हालत को देखते हुए वह उनके साथ खड़ी रहीं। आंद्रेया ने कहा, “विनोद को मेरी जरूरत है। मैं उन्हें अकेला नहीं छोड़ सकती। वह मेरे लिए एक बच्चे की तरह हैं।
कांबली के दोस्त और पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने भी उनकी मदद के लिए हाथ बढ़ाया है। तेंदुलकर ने न केवल भावनात्मक समर्थन दिया, बल्कि उनकी चिकित्सा के लिए आर्थिक मदद भी की है। इसके अलावा, 1983 विश्व कप विजेता टीम के सदस्य कपिल देव और सुनील गावस्कर ने भी कांबली की मदद की पेशकश की है। गावस्कर ने कहा, “हमारी 1983 की टीम अपने युवा खिलाड़ियों की चिंता करती है। हम विनोद की देखभाल करना चाहते हैं और उसे फिर से खड़ा होने में मदद करना चाहते हैं।”
कांबली, जिन्होंने भारत के लिए 17 टेस्ट और 104 वनडे खेले, अपने विस्फोटक बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे। 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ दोहरा शतक और 1996 विश्व कप में उनके प्रदर्शन को आज भी याद किया जाता है। हालांकि, चोटों और निजी समस्याओं ने उनके करियर को प्रभावित किया। प्रशंसकों और क्रिकेट बिरादरी को उम्मीद है कि यह दिग्गज बल्लेबाज जल्द ही अपनी सेहत और जिंदगी में स्थिरता हासिल करेगा।