Report By : ICN Network
स्टेरॉयड का इलाज में उपयोग क्यों किया जाता है, यह अक्सर एक सवाल होता है क्योंकि इन्हें आमतौर पर खतरनाक माना जाता है। हालांकि, स्टेरॉयड कुछ गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों में चिकित्सकीय रूप से आवश्यक हो सकते हैं और यह जीवन रक्षक भी साबित हो सकते हैं। स्टेरॉयड दो प्रकार के होते हैं: एनाबॉलिक और कॉर्टिकोस्टेरॉयड। एनाबॉलिक स्टेरॉयड मुख्य रूप से मांसपेशियों के विकास के लिए उपयोग किए जाते हैं, लेकिन इनका अत्यधिक उपयोग स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। वहीं, कॉर्टिकोस्टेरॉयड शरीर में प्राकृतिक रूप से बनने वाले कोर्टिसोल हार्मोन का कृत्रिम रूप होते हैं, जो सूजन कम करने और इम्यून सिस्टम को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
कॉर्टिकोस्टेरॉयड का मुख्य उपयोग सूजन से जुड़ी समस्याओं, जैसे अस्थमा, एक्जिमा और गठिया में किया जाता है। इसके अलावा, यह ऑटोइम्यून बीमारियों में भी उपयोगी होता है, जहां शरीर का इम्यून सिस्टम अपनी कोशिकाओं को ही नुकसान पहुंचाने लगता है। गंभीर एलर्जी प्रतिक्रियाएं या सूजन में भी स्टेरॉयड का उपयोग जीवन बचाने के लिए किया जा सकता है।
हालांकि, स्टेरॉयड का अत्यधिक और बिना चिकित्सकीय निगरानी के उपयोग हानिकारक हो सकता है। इसके दुष्प्रभावों में हड्डियों की कमजोरी, वजन बढ़ना और मानसिक स्वास्थ्य पर असर डालना शामिल हो सकते हैं। इसलिए, स्टेरॉयड का उपयोग केवल डॉक्टर के मार्गदर्शन में और निर्धारित मात्रा में किया जाना चाहिए ताकि इसके लाभ अधिकतम हों और दुष्प्रभावों से बचा जा सके।