Report By : Ankit Srivastav (ICN Network)
असम की राजनीति में इन दिनों भूचाल आया हुआ है। जहां एक तरफ असम के हेमंत बिस्वा वाली BJP सरकार और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग कम होने का नाम नहीं ले रही है तो वहीं दूसरी तरफ अब असम की राजनीतिक पार्टी AIUDF के चीफ बदरुद्दीन अजमल ने मुस्लिम IAS-IPS और डॉक्टर महिलाओं से हिजाब पहनने की अपील करके सियासत के पारे को और हाई कर दिया है।
दरअसल, असम के करीमगंज में एक रैली को संबोधित करते हुए ऑल इंडिया यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट के प्रमुख अजमल ने कहा कि आईएएस, आईपीएस और डॉक्टर पेशे की मुस्लिम महिलाओं को हिजाब पहनना चाहिए। अगर मुस्लिम महिलाओं को हिजाब पहनना या अपने बाल ढंकना नहीं आता तो उन्हें मुस्लिम के रूप में कैसे पहचाना जाएगा। उन्होंने आगे ये भी कहा कि बाहरी इलाकों में मैंने देखा है कि लड़कियां जब पढ़ने जाती हैं तो सिर पर हिजाब रहता है। उनका सिर नीचे होता है और वह आंखें नीचे की तरफ करके जा रही होती हैं। लेकिन असम की बात की जाए तो लड़कियों का हिजाब में रहना जरूरी है। सिर के बाल को छिपाकर रखना और हिजाब पहनना यह हमारे धर्म में है।
‘लड़कियों के बाल शैतान की रस्सी’
बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि लड़कियों के बाल शैतान की रस्सी होते हैं। लड़कियों का मेकअप शैतान की रस्सी होता है। इसलिए बाजार में जाने से पहले उनका सिर ढका और आंखें झुकी होनी चाहिए। साइंस लेकर पढ़ाई करो, डॉक्टर बनो या आईएएस और APS बनो। अगर आप इन चीजों को फॉलो नहीं करेंगे तो कैसे समझ आएगा कि मुसलमान डॉक्टर या आईपीएस कौन है। वह भी लोग हैं, हम भी लोग हैं। फर्क का अंदाजा कैसे करेंगे।