कानपुर में गोली लगने से महिला की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिवार के लोग उसे हैलट अस्पताल लेकर पहुंचे, तो पुलिस को मामले की जानकारी हुई। परिवार के लोगों ने डॉक्टरों से सरिया लगने से मौत की बात बताई थी, लेकिन डॉक्टरों की टीम ने जांच की तो गन शॉट निकला।
इसके बाद पुलिस और फोरेंसिक टीम घर पर जांच करने पहुंची। फिलहाल, पुलिस मामले में गैर-इरादतन हत्या और अवैध शस्त्र अधिनियम में रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच कर रही है।
जौनपुर निवासी सीसामऊ के हीरागंज बद्रीप्रसाद का हाता में रहने वाले संजय यादव बिजली मैकेनिक हैं। संजय बीते करीब दस साल से अपनी ससुराल में पत्नी मनीष, बेटे आकृतिक और बेटी रीतिका के साथ रहते हैं।
सोमवार सुबह संजय अपांने साले विशाल के साथ मनीषा को लेकर एलएलआर (हैलट) अस्पताल पहुंचे। इस दौरान डाक्टरों ने पूछा तो उन्होंने बताया कि सरिया लग गई है, यह कहकर वह घटना को छिपाते रहे। एलएलआर अस्पताल की इमरजेंसी में मौजूद डॉक्टरों ने जांच की तो मामला गन शॉट का सामने आया और मनीषा की मौत हो गई। पुलिस ने परिवारीजनों के झूठ बोलने पर पुलिस को सूचना दी।
मामले की जानकारी मिलते ही सीसामऊ पुलिस हैलट जांच-पड़ताल करने पहुंची। इस दौरान पूछताछ में परिवार के लोगों ने बताया कि सुबह मनीषा अपनी छोटी बहन काजल के साथ घर की सफाई करवा रही थी।
जैसे ही काजल ने झोले में भरा कुछ कबाड़ नीचे फेंका अचानक धमाका हो गया और मनीष खून से लथपथ होकर गिर पड़ी। घटना से अफरातफरी मच गई। पुलिस ने बचने के लिए परिवार के लोगों ने हैलट में डॉक्टरों से झूठ बोला था।
डीसीपी सेंट्रल आरएस गौतम ने बताया कि मामले में गैर-इरादतन हत्या और अवैध शस्त्र अधिनियम की धारा में एफआईआर दर्ज की गई है। जल्द ही जांच पूरी करके पूरे घटनाक्रम का खुलासा किया जाएगा।