Shri Ganesh: प्रथम पूज्य भगवान श्री गणेश की आज यानी गुरुवार को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी है। इस दिन भगवान श्री गणेश जी के 32 रूपों में से छठे स्वरूप की पूजा-अर्चना की जाती है।शास्त्रों के अनुसार इस दिन भगवान श्री गणेश जी पूजा करने से सभी संकट समाप्त होते हैं।जातक के काम पूरे होते हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
Shri Ganesh: द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी की शुरुआत 9 फरवरी 23 को गुरुवार सुबह 6 बजकर 23 मिनट पर होगी।इसका समापन 10 फरवरी को सुबह 7 बजकर 58 मिनट पर होगा।चंद्रोदय का समय रात 9 बजकर 18 मिनट पर होगा।
प्रात.काल उठकर स्नान करें।शुद्ध वस्त्र धारण करें।मंदिर की सफाई के बाद भगवान गणेश को उत्तर दिशा की तरफ मुंह करके जल अर्पित करें।
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी. इस दिन जरूर करें ये उपाय
द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी के दिन गाय के घी में सिंदूर मिलाकर दीप जलाएं।भगवान गणेश को गेंदे का फूल अर्पित करें।गुड़ का भाग लगाएं।
भगवान श्रीगणेश जी पूजन के दौरान हरे रंग के वस्त्र धारण करें।