मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस योजना में बौद्ध भिक्षुओं को प्राथमिकता दी जाए। यात्रा के दौरान बौद्ध धर्म से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों को शामिल किया जाएगा, जिनमें कुशीनगर, श्रावस्ती, संकिसा, सारनाथ जैसे स्थल प्रमुख हैं। दूसरी योजना सिख धर्म के अनुयायियों के लिए है। पंच तख्त यात्रा योजना के अंतर्गत राज्य के सिख श्रद्धालुओं को देश के पांच पवित्र ‘तख्त साहिब’ स्थलों की यात्रा कराई जाएगी:श्री अकाल तख्त साहिब, अमृतसर (पंजाब),श्री आनंदपुर साहिब (पंजाब),श्री दमदमा साहिब, तलवंडी साबो (पंजाब),तख्त श्री हरमंदिर साहिब, पटना (बिहार),तख्त श्री हजूर साहिब, नांदेड़ (महाराष्ट्र) इस यात्रा का उद्देश्य न केवल सिख धार्मिक स्थलों को करीब से जानने का मौका देना है, बल्कि देश की विविध धार्मिक परंपराओं से जोड़ना भी है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दोनों योजनाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। इसका मकसद पारदर्शी चयन प्रक्रिया को सुनिश्चित करना है। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को इन योजनाओं में प्राथमिकता दी जाएगी। यात्रा की संपूर्ण व्यवस्था IRCTC के सहयोग से की जाएगी, जिसमें यात्रा, आवास, भोजन और सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये योजनाएं धार्मिक सहिष्णुता को मजबूत करेंगी और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के विजन को साकार करेंगी। साथ ही यह कदम ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को आगे बढ़ाने वाला साबित होगा। इन योजनाओं को आगामी विधानसभा चुनावों के परिप्रेक्ष्य में भी एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिससे विभिन्न धर्मों के श्रद्धालुओं तक सीधा संवाद स्थापित किया जा सके।
योगी सरकार का अहम कदम: धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा, तीर्थयात्रियों को मिलेंगे 10 हजार रुपये

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि इस योजना में बौद्ध भिक्षुओं को प्राथमिकता दी जाए। यात्रा के दौरान बौद्ध धर्म से जुड़े ऐतिहासिक स्थलों को शामिल किया जाएगा, जिनमें कुशीनगर, श्रावस्ती, संकिसा, सारनाथ जैसे स्थल प्रमुख हैं। दूसरी योजना सिख धर्म के अनुयायियों के लिए है। पंच तख्त यात्रा योजना के अंतर्गत राज्य के सिख श्रद्धालुओं को देश के पांच पवित्र ‘तख्त साहिब’ स्थलों की यात्रा कराई जाएगी:श्री अकाल तख्त साहिब, अमृतसर (पंजाब),श्री आनंदपुर साहिब (पंजाब),श्री दमदमा साहिब, तलवंडी साबो (पंजाब),तख्त श्री हरमंदिर साहिब, पटना (बिहार),तख्त श्री हजूर साहिब, नांदेड़ (महाराष्ट्र) इस यात्रा का उद्देश्य न केवल सिख धार्मिक स्थलों को करीब से जानने का मौका देना है, बल्कि देश की विविध धार्मिक परंपराओं से जोड़ना भी है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दोनों योजनाओं के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। इसका मकसद पारदर्शी चयन प्रक्रिया को सुनिश्चित करना है। साथ ही आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को इन योजनाओं में प्राथमिकता दी जाएगी। यात्रा की संपूर्ण व्यवस्था IRCTC के सहयोग से की जाएगी, जिसमें यात्रा, आवास, भोजन और सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी राज्य सरकार उठाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि ये योजनाएं धार्मिक सहिष्णुता को मजबूत करेंगी और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के विजन को साकार करेंगी। साथ ही यह कदम ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मंत्र को आगे बढ़ाने वाला साबित होगा। इन योजनाओं को आगामी विधानसभा चुनावों के परिप्रेक्ष्य में भी एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देखा जा रहा है, जिससे विभिन्न धर्मों के श्रद्धालुओं तक सीधा संवाद स्थापित किया जा सके।