अधिकारियों बताया कि आवेदक हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में बात करने वाले एक चैटबॉट के साथ बातचीत कर पाएंगे। यह चैटबॉट उन्हें जन्म और जाति प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेजों और सेवाओं के लिए आवेदन करने, जरूरी कागजात अपलोड करने और शुल्क का भुगतान करने में मदद करेगा। व्हॉट्स ऐप सेवाओं के इस मॉडल को लागू करने के लिए, विभागों और आवेदकों के बीच की बातचीत की रियल-टाइम मॉनिटरिंग और मैनेजमेंट के लिए एक डैशबोर्ड विकसित किया जाएगा। इस प्रणाली को डिजाइन और लागू करने के लिए सरकार एक टेक कंपनी से जुड़ेगी, जो इस परियोजना को कार्यान्वित करेगी। मिलेंगे यह लाभ बिना किसी ऐप डाउनलोड किए सिर्फ व्हाट्सएप के माध्यम से आवेदन, भुगतान, दस्तावेज अपलोड और स्थिति की जानकारी प्राप्त किया जा सकेगा।आवेदन की स्थिति, भुगतान की रसीद, अनुस्मारक (रिमाइंडर) और नोटिफिकेशन सीधे व्हाट्सएप पर भेजे जाएंगे।प्रत्येक विभाग को आवश्यकता अनुसार अलग-अलग व्हाट्स एप नंबर प्रदान किया जाएगा, जिसके माध्यम से वह योजनाओं और सूचनाओं का प्रसार होगा।शिकायत और फीडबैक के लिए भी यही प्लेटफॉर्म उपयोग में लाया जाएगा
दिल्ली: शिकायत निवारण समेत 50 से अधिक सेवाओं का लाभ आप सीधे व्हाट्सएप के जरिये उठा सकेंगे

अधिकारियों बताया कि आवेदक हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में बात करने वाले एक चैटबॉट के साथ बातचीत कर पाएंगे। यह चैटबॉट उन्हें जन्म और जाति प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेजों और सेवाओं के लिए आवेदन करने, जरूरी कागजात अपलोड करने और शुल्क का भुगतान करने में मदद करेगा। व्हॉट्स ऐप सेवाओं के इस मॉडल को लागू करने के लिए, विभागों और आवेदकों के बीच की बातचीत की रियल-टाइम मॉनिटरिंग और मैनेजमेंट के लिए एक डैशबोर्ड विकसित किया जाएगा। इस प्रणाली को डिजाइन और लागू करने के लिए सरकार एक टेक कंपनी से जुड़ेगी, जो इस परियोजना को कार्यान्वित करेगी। मिलेंगे यह लाभ बिना किसी ऐप डाउनलोड किए सिर्फ व्हाट्सएप के माध्यम से आवेदन, भुगतान, दस्तावेज अपलोड और स्थिति की जानकारी प्राप्त किया जा सकेगा।आवेदन की स्थिति, भुगतान की रसीद, अनुस्मारक (रिमाइंडर) और नोटिफिकेशन सीधे व्हाट्सएप पर भेजे जाएंगे।प्रत्येक विभाग को आवश्यकता अनुसार अलग-अलग व्हाट्स एप नंबर प्रदान किया जाएगा, जिसके माध्यम से वह योजनाओं और सूचनाओं का प्रसार होगा।शिकायत और फीडबैक के लिए भी यही प्लेटफॉर्म उपयोग में लाया जाएगा