दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग प्रक्रिया जारी है, जिसमें राजधानी की सभी 70 सीटों पर मतदान हो रहा है। यह मतदान शाम 6 बजे तक चलेगा, और इस दौरान दिल्ली के 1.56 करोड़ वोटर्स अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। करीब 700 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला इस चुनाव में होगा, और परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे आम आदमी पार्टी (AAP) तीसरी बार सत्ता हासिल करने की कोशिश में है, जबकि बीजेपी और कांग्रेस भी दिल्ली की सत्ता पर कब्जा जमाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बीजेपी पिछले 25 साल से अधिक समय से दिल्ली की सत्ता से बाहर है और इस चुनाव में उसकी उम्मीदें काफी ऊंची हैं। वहीं, कांग्रेस, जो आम आदमी पार्टी से पहले 15 साल दिल्ली में सत्ता में रही थी, पिछले दो चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई है और पार्टी के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है दिल्ली चुनाव के लिए सुरक्षा और व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। राष्ट्रीय राजधानी की 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 13,766 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जिनमें 699 उम्मीदवार मैदान में हैं। वोटिंग के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की 220 कंपनियां, दिल्ली पुलिस के 35,626 जवान और 19,000 होमगार्ड तैनात किए गए हैं। खासतौर पर, लगभग 3,000 मतदान केंद्रों को संवेदनशील माना गया है, और वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन की मदद से निगरानी भी की जाएगी। पुलिस टीमों द्वारा इन ड्रोन के माध्यम से मतदान केंद्रों पर लगातार निगरानी रखी जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता या मतदान प्रक्रिया में बाधा न आए। यह चुनाव केवल एक राजनीतिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह दिल्ली की भविष्यवाणी और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम भी है, क्योंकि अगले पांच वर्षों के लिए सरकार का चयन इसी चुनाव से होगा इस तरह, दिल्ली विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया न केवल राजनीतिक दलों के लिए, बल्कि राष्ट्रीय राजधानी के नागरिकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है
दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग प्रक्रिया जारी है, जिसमें राजधानी की सभी 70 सीटों पर मतदान हो रहा है। यह मतदान शाम 6 बजे तक चलेगा, और इस दौरान दिल्ली के 1.56 करोड़ वोटर्स अपने मताधिकार का उपयोग करेंगे। करीब 700 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला इस चुनाव में होगा, और परिणाम 8 फरवरी को घोषित किए जाएंगे आम आदमी पार्टी (AAP) तीसरी बार सत्ता हासिल करने की कोशिश में है, जबकि बीजेपी और कांग्रेस भी दिल्ली की सत्ता पर कब्जा जमाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। बीजेपी पिछले 25 साल से अधिक समय से दिल्ली की सत्ता से बाहर है और इस चुनाव में उसकी उम्मीदें काफी ऊंची हैं। वहीं, कांग्रेस, जो आम आदमी पार्टी से पहले 15 साल दिल्ली में सत्ता में रही थी, पिछले दो चुनावों में एक भी सीट नहीं जीत पाई है और पार्टी के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बना हुआ है दिल्ली चुनाव के लिए सुरक्षा और व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। राष्ट्रीय राजधानी की 70 विधानसभा सीटों के लिए कुल 13,766 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं, जिनमें 699 उम्मीदवार मैदान में हैं। वोटिंग के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए अर्धसैनिक बलों की 220 कंपनियां, दिल्ली पुलिस के 35,626 जवान और 19,000 होमगार्ड तैनात किए गए हैं। खासतौर पर, लगभग 3,000 मतदान केंद्रों को संवेदनशील माना गया है, और वहां सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। मतदान प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए ड्रोन की मदद से निगरानी भी की जाएगी। पुलिस टीमों द्वारा इन ड्रोन के माध्यम से मतदान केंद्रों पर लगातार निगरानी रखी जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की अनियमितता या मतदान प्रक्रिया में बाधा न आए। यह चुनाव केवल एक राजनीतिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि यह दिल्ली की भविष्यवाणी और विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम भी है, क्योंकि अगले पांच वर्षों के लिए सरकार का चयन इसी चुनाव से होगा इस तरह, दिल्ली विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया न केवल राजनीतिक दलों के लिए, बल्कि राष्ट्रीय राजधानी के नागरिकों के लिए भी एक महत्वपूर्ण अवसर है