Report By-Anil Verma Shekhar Farrukhabad(UP)
यूपी के फर्रुखाबाद में भी बेरोजगारो की भरमार है युवाओं की इसी मजबूरी का फायदा उठाकर साइबर अपराधी भी जाल बुनने में पीछे नहीं हैं. फर्रुखाबाद पुलिस ने ऐसे ही अंतर्राज्यीय गिरोह को पकड़ने में कामयाबी पायी है जो वन विभाग में नौकरी दिलाने के बहाने बेरोजगार युवाओं को ठगी का शिकार बनाता था।
पुलिस ने शाहजहांपुर और फर्रुखाबाद के रहने वाले चार ठगों को गिरफ्तार कर कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया। जबकि एक जालसाज फरार हो गया। बेरोजगारी के चलते अखबारों और सोशल मीडिया पर वैकेंसी का विज्ञापन देख लोग दौड़ पड़ते हैं। इसी मजबूरी का फायदा उठाते हुए जालसाजों के एक गिरोह ने अपना नेटवर्क तैयार किया था जो मीडिया में फर्जी विज्ञापन छपवाकर युवकों से रजिस्ट्रेशन और सेक्युरिटी के नाम पर आन लाइन रुपये मंगवा लेता था। यही नहीं फर्जी नियुक्ति पत्र भी जारी कर देता था। जानकारी पर फर्रुखाबाद पुलिस सक्रिय हुई और शीशम बाग़ से उज्जवल गुप्ता के साथ शाहजहांपुर के अरुण उर्फ़ चक्रेश गुप्ता को गिरफ्तार कर पूछ ताछ शुरू की. पूछताछ से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने फर्रुखाबाद से ही शाहजहांपुर के परौर निवासी अंशुल शुक्ला और कलान निवासी सुनील कुशवाहा को गिरफ्तार कर ठगी में इस्तेमाल किये जाने वाला सामान लैपटॉप, प्रिंटर, फर्जी नियुक्तिपत्र, बुलेरो गाडी, बाइक आदि बरामद कर लिए। पुलिस के मुताबिक विज्ञापन देखकर जानकारी करने वाले युवक से सबसे पहले रजिस्ट्रेशन के नाम पर 550 रुपये जमा कराये जाते थे. इसके बाद सिक्यूरिटी मनी के नाम पर 10 से 15 हजार रुपये फर्जी एकाउंट में ट्रांसफर कराये जाते थे। इसके बाद फर्जी नियुक्ति पत्र भेजकर विभाग के द्वारा सात लाख के बीमा की फ़ाइल तैयार कराये जाने के नाम पर सात से 14 हजार रुपये तक बैंक एकाउंट में डलवाये जाते थे। अपर पुलिस अधीक्षक डाक्टर संजय कुमार ने आज साइबर ठगी करने वाले गिरोह को मीडिया के सामने पेश किया। अपर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि पांचवां ठग फरार हो गया है।