Report By- Asghar Naqi Sultanpur (UP)
यूपी -सांसद मेनका गांधी के संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर में भू-माफियाओं का काकस बढ़ता जा रहा। अब यहां पौराणिक स्थल सुरक्षित नहीं हैं। राजा ‘कुश’ के किले पर भू-माफियाओं ने ऐसी निगाहें गड़ाईं कि आधे से अधिक किले की संपत्ति पर भू-माफियाओं ने कब्जा कर लिया है। इसको लेकर सत्य साईं सेवा आश्रम के
साईं दयानंद ने सीएम योगी से मदद की गुहार लगाई है।
पांचोपीरन कस्बे में है किला
ये पूरा मामला शहर से सटे पांचोपीरन कस्बे का है। सत्य साईं सेवा आश्रम से जुड़े कि आधे से अधिक संपत्ति को भू-माफियाओं ने अपने कब्जे में लिया हुआ है। संत दयानंद ने बताया कि पुराने राजस्व रिकॉर्ड में छेड़छाड़ करते हुए साक्ष्य को प्रभावित किया गया है।
जिसके आधार पर तमाम भू-माफिया इस प्राचीन किले को कब्जा करने को लेकर लगातार प्रयासरत हैं। प्रॉपर्टी डीलर मुंदरलाल पर आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे ही बहुत से माफिया आए दिन मुझे धमकाते हैं और आश्रम की जमीन को लेने की बात कहते हैं। 2002 के बाद अभिलेखों में हुई हेराफेरी
आश्रम सन् 1913 के पहले से राजस्व अभिलेखों में दर्ज था, जिसका संचालन सत्य साई आश्रम के मठाधीष द्वारा किया जा रहा है। विदित हो कि सन् 2002 के बाद सरकारी कार्यालयों के कागजातों में दर्ज अभिलेखों में भू-माफियाओं द्वारा जमीन हड़पने के उद्देश्य से हेरा-फेरी करायी गयी। जबकि 1982 से ही आश्रम द्वारा आज तक न्यायालयों में लड़ाई लड़ी जा रही है। विदित हो कि पुरातत्व विभाग ने भी उक्त किला टीला दर्ज है। गौर करने की बात यह है कि उक्त आश्रम की भूमि चकबन्दी से बाहर थी, फिर भी अभिलेखों में हेरा-फेरी करके भू-माफियाओं द्वारा खरीद फरोख्त जारी है।
सरकार से की संत ने ये अपील
संत ने सरकार से अपील की है कि किले की पौराणिक धरोहर को बचाने के लिये इसे पर्यटन स्थल घोषित किया जाये और पौराणिक धरोहर को विकसित कर सुरक्षित किया जाये। सत्य सांई सेवा ट्रस्ट द्वारा बच्चों को स्टेशनरी, ड्रेस आदि उपलब्ध करायी जाती है एवं शिविर के माध्यम से आयुर्वेदिक एवं होम्योपैथिक चिकित्सकों द्वारा निःशुल्क इलाज भी कराया जाता है। आश्रम द्वारा शीघ्र ही गुरूकुल की स्थापना भी की जायेगी। सत्य साई आश्रम के संचालक महंत साई दयानंद शाह ने उक्त प्रकरण को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दरबार में उठाकर न्याय मांगने की बात भी कही है।
दोषी पर होगी कार्रवाई
इस बाबत एसडीएम सीपी पाठक से फोन पर बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में नहीं है। अगर शासन में शिकायत हुई है तो आदेश मिलते ही जांच की जाएगी। जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई भी होगी।