आपको बता दें कि 22 जनवरी को राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह होने जा रहा है। लेकर समारोह से पहले देश में सियासत भूचाल आया हुआ है। कांग्रेस और AAP समेत विपक्षी पार्टियों का आरोप है कि भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे का राजनीतिक फायदा उठाने की कोशिश करने में लगी है। राजनीतिक गरियामे में चर्चा है कि हर महीने के पहले मंगलवार को सुंदरकांड और हनुमान चालीसा कराने का फैसला आप पार्टी ने राम मंदिर के मुद्दे पर बीजेपी से पिछड़ने के डर से लिया है। कांग्रेस ने अस्वीकार किया न्योता
बताते चले के इससे पहले राम मंदिर ट्रस्ट की ओर से कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अधीर रंजन चौधरी को न्योता भेजा गया था लेकिन पार्टी ने इसे अस्वीकार कर मंदिर नहीं जाने का फैसला लिया। इसके अलावा बिहार के सीएम नीतीश कुमार और पूर्व सीएम लालू यादव को भी बुलाया गया है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी निमंत्रण भेजा गया है।