Report By : Rishabh Singh,ICN Network
पटना जंक्शन से 50 मीटर दूर पाल होटल में गुरुवार सुबह अचानक आग लग गई। आग ने आसपास के 3 होटलों को भी अपनी चपेट में ले लिया। हादसे में 6 लोगों की मौत हुई है। इसमें 3 महिला और 3 पुरुष हैं। सिटी एसपी सेंट्रल सत्यप्रकाश ने बताया कि घायलों में 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। जबकि 20 लोगों का इलाज अभी पटना मेडिकल कॉलेज (PMCH) में चल रहा है। मृतकों की पहचान नहीं हो पाई है, कोशिश की जा रही है।
आग की लपटों के बीच 45 लोगों को निकाला गया है। 2 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया है। फायर ब्रिगेड की 51 गाड़ियों का पानी आग बुझाने में लगा। आग बुझाने के बाद रेस्क्यू के लिए टीम होटल के अंदर गई, जहां शव को निकाला गया।
आग लगने के कारण पटना स्टेशन जाने वाले रास्ते को बंद किया गया था। बिल्डिंग 4 मंजिला थी। सभी फ्लोर पर आग फैली हुई थी। बिल्डिंग में फंसे लोगों को निकालने के लिए हाइड्रा का भी सहारा लिया गया। बताया जाता है कि आग लगने से होटल में रखे सिलेंडर में भी ब्लास्ट हुए। इससे आग भड़क गई। आग ने होटल की पास वाली बिल्डिंग को भी जद में ले लिया था।
होटल में नाश्ता करने पहुंचे BSF जवान ने बताया कि मैं ऑर्डर देने के बाद हाथ धोने गया था। वो लोग मसाला डाल रहे थे। अचानक प्लास्टिक में आग लगी फिर सिलेंडर ने आग पकड़ ली। पहला सिलेंडर ब्लास्ट हुआ फिर दूसरा सिलेंडर ब्लास्ट हुआ। नीचे से ऊपर आग फैलते चले गई। तीन लोग नीचे कूद गए। एक महिला भी जान बचाने के लिए नीचे कूदी। एक युवक के पैर टूट गया। करीब 45 मिनट के बाद फायर ब्रिगेड पहुंची।
दहल उठा इलाका, भागने लगे लोग आग लगने के साथ ही होटले में रखे सिलेंडर ब्लॉस्ट होने लगे थे। इससे दहशत फैल गई। लोग इधर-उधर भागने लगे। करीब 6 से ज्यादा सिलेंडर में ब्लॉस्ट हुए हैं। करीब तीन घंटे तक स्टेशन जाने वाली रोड को बंद कर दिया गया।
फायर सर्विसेज के कमांडेंट ने बोले-50 मौतें होतीं रेस्क्यू टीम को लीड कर रहे फायर सर्विसेज के कमांडेंट मनोज कुमार ने दैनिक भास्कर को बताया कि हाईडोलिक प्लेटफॉर्म की वजह से आग को काबू पाया गया। अगर यह नहीं होता तो 50 लोगों की डेथ हो सकती थी।
फायर ब्रिगेड और बिहार होमगार्ड IG एम सुनील नायक ने बताया कि अब तक 35 लोगों का रेस्क्यू किया गया है। 15 लोगों को अस्पताल भेजा गया है। आग पर काबू पाने के लिए अब तक 51 गाड़ियां लग चुकी हैं।