Report By : Rishabh Singh,ICN Network
लोकसभा चुनाव में मंच से भाषण के दौरान नेताओं के भाषण को लेकर प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंच से दिए गए मुसलमान को धर्म के आधार पर आरक्षण न दिए जाने के बयान पर सीपीआईएम लीडर और कानपुर की पूर्व सांसद सुभाषिनी अली ने इस बयान को गलत बताया है। उन्होंने कहा है कि मोदी जी का यह बयान गलत है क्योंकि मुसलमान को आरक्षण पहले से ही मिल रहा है। और इस आरक्षण में बीपी सिंह की सरकार में बीजेपी ने ही संसद में इसके पक्ष में वोट किया था। इस ओबीसी आरक्षण के अंतर्गत मुसलमान आरक्षण पा रहे हैं ।इसी आरक्षण के जरिए वह अलग-अलग चुनावों में हिस्सा भी ले रहे हैं। इसलिए यह बात कहना कि वह मुसलमान को आरक्षण नहीं देंगे यह बयान पूरी तरह से गलत है।
बीते दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंच से मुसलमान को धर्म के आधार पर आरक्षण न दिए जाने को लेकर एक बयान दिया था। उन्होंने मंच से कहा कि वह किसी भी हाल में मुसलमान को धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देने देंगे। इसी बयान पर सुभाषिनी अली ने कहा है कि यह बयान बिल्कुल गलत और झूठा है। चुनाव में ध्रुवीकरण को लेकर के इस तरह का बयान दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री के द्वारा दिया गया ऐसा बयान ठीक नहीं है। क्योंकि भाजपा पहले ही मुसलमान के आरक्षण दिए जाने के मामले में मंडल कमीशन के दौरान अपना वोट इसके पक्ष में दे चुकी है। आज देश के अलग-अलग राज्यों में इस मंडल कमीशन के आधार पर मुसलमान की अलग-अलग जातियों को ओबीसी के अंतर्गत आरक्षण दिया जा रहा है। इसी आरक्षण का मुसलमान लाभ भी उठा रहे हैं । ओबीसी आरक्षण के तहत मध्य प्रदेश बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में मुसलमान अलग-अलग चुनाव में आरक्षण के तहत टिकट हासिल करके चुनाव भी लड़ते हैं। उन्होंने कहा की बीपी सिंह की सरकार के समय मंडल कमीशन जब लागू हुआ था ,तो उस समय संसद में बीजेपी ने मुसलमान के आरक्षण के पक्ष में वोट किया था। ऐसे में मोदी जी का इस तरह का बयान आरक्षण न दिए जाने वाले बयान को झुठला रहा है ।