Report By : Ankit Srivastav, ICN Network
यूपी के नोएडा में 3379 फ्लैट बायर्स की रजिस्ट्री का रास्ता अब साफ हो गया । नोएडा प्राधिकरण अपना बकाया वसूलने के लिए दो परियोजनाओं के अनसोल्ड प्रॉपर्टी को नीलाम करेगा। इसमें डेवलपर की सेक्टर-46 जीएच-1 परियोजना में 122 फ्लैट और सेक्टर-75 जीएच इको सिटी के वाणिज्यिक भूखंड में बनी अनसोल्ड प्रॉपर्टी है। दोनों परियोजनाओं के डेवलपर पर 2409.77 करोड़ रुपए बकाया है।
प्रदेश सरकार ने बायर्स की रजिस्ट्री के लिए अमिताभ कांत की सिफारिश लागू की थी। इसके तहत बिल्डर कुल बकाया का 25 प्रतिशत राशि जमा कर रिलीफ ले सकता था। एम्स मैक्स गार्डेनिया (कंसोर्शियम) और गार्डेनिया एम्स डेवलपर्स बिल्डर (कंसोर्शियम) ने सिफारिश पर अपनी सहमति दी। लेकिन लाभ नहीं लिया और न ही 25 प्रतिशत धनराशि जमा की। ऐसे में प्राधिकरण ने दोनों परियोजनाओं के डेवलपर पर बड़ा एक्शन लिया। हालांकि ये दोनों परियोजनाओं की ओरिजन कंपनी और प्रौपराइटर एक ही है।
प्राधिकरण ने बताया कि सेक्टर-75 इको सिटी के लिए 6 लाख वर्गमीटर जमीन एम्स मैक्स गार्डेनिया डेवलपर प्राइवेट लिमिटेड और सेक्टर-46 में ग्रुप हाउसिंग 01 में 51 हजार 700 वर्गमीटर जमीन गार्डेनिया एम्स डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड को आंवटित की। दोनों का आवंटन साल 2009- 2010 में किया गया। इन दोनों पर 31 दिसंबर 2023 तक 1717.29 करोड़ और दूसरी पर 692.48 करोड़ रुपए बकाया है।
डेवलपर्स को अमिताभ कांत सिफारिश का रिलीफ नहीं मिलेगा।
प्राधिकरण सेक्टर-75 इको सिटी में डेवलपर द्वारा कुल 6 लाख वर्गमीटर जमीन में से 60 हजार वर्गमीटर जमीन पर कॉमर्शियल निर्माणाधीन अनसोल्ड ब्लाक-ए, बी, सी एंड डी को अटैच कर नीलामी करेगा।
बिल्डर कंसोर्टियम को किसी प्रकार का भूखंड आवंटित नहीं किया जा जाएगा।
सेक्टर-46 ग्रुप हाउसिंग भूखंड जीएच-1 गार्डेनिया एम्स डेवलपर से बकाया वसूलने के लिए सील 122 फ्लैट को नीलाम किया जाएगा।
इको सिटी सेक्टर-75 में एम्स मैक्स गार्डेनिया प्रालि को 6 लाख वर्गमीटर जमीन आवंटित की गई। इस जमीन का 50 प्रतिशत ग्रुप हाउसिंग, 5 प्रतिशत संस्थागत और 20 प्रतिशत वाणिज्यिक उपयोग के लिए था। यहां ग्रुप हाउसिंग में निर्माण किया जा चुका है। साथ ही लोग रह रहे है। डेवलपर ने वाणिज्यिक प्रयोग की भूमि करीब 60 हजार वर्गमीटर जमीन को 4 ब्लाक में बांटा और निर्माण कराया। इसमें कुछ प्रोजेक्ट निर्माणाधीन है।
कंपनी को 15 हजार 462 रुपए प्रति वर्गमीटर की दर से आवंटन किया गया। जिसमें कंपनी के प्रौपराइटर ने समय समय पर सबलीज करते हुए करीब 2 लाख 20 हजार 639 वर्गमीटर जमीन 11 कंपनियों को बेच दी। इन कंपनियों ने पूरा पैसा एक्स मैक्स गार्डेनिया को दिया लेकिन डेवलपर ने पैसा प्राधिकरण में बकाया जमा नहीं कराया। यही नहीं आवंटी ने संस्थागत का 30378 वर्गमीटर में से 17511 वर्गमीटर सरेंडर कर दिया। जिससे प्राधिकरण को 95 करोड़ मिला।
यहां के ग्रुप हाउसिंग में 2566 यूनिट है। जिसमें 773 की रजिस्ट्री हई है। बाकी 1793 की रजिस्ट्री शेष है। इसी प्रकार सेक्टर-46 में गार्डेनिया एम्स डेवलपर को सेक्टर-46 में ग्रुप हाउसिंग बनाया। इनको बकाया के बारे में 5 जनवरी, 6 जनवरी 5 मार्च और 9 मई को बैठक में अवगत कराया। सेक्टर-46 में कुल 1586 फ्लैट है। जिसमें से एक भी फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं कराई गई